Tantrik Murder Case: दिल्ली के बुराड़ी इलाके में रहने वाला राहुल लंबे समय से डोला गांव के एक स्वयंभू तांत्रिक इंद्रपाल उर्फ भगत जी के संपर्क में था. इंद्रपाल खुद को आध्यात्मिक गुरु और भस्म लपेटे भगत के रूप में पेश करता था. उसके पास आने वाले लोगों में खुद को चमत्कारी बताने वाला इंद्रपाल धीरे-धीरे उन्हें अपने जाल में फंसा लेता था. राहुल और उसकी पत्नी कीर्ति भी ऐसे ही प्रभावित हो चुके थे और तांत्रिक पर विश्वास करने लगे थे. तीन दिन पहले राहुल इंद्रपाल से मिलने डोला गांव गया था, लेकिन फिर वापस नहीं लौटा.
40 लाख की रकम में उलझा तांत्रिक, पैसे लौटाने का बना दबाव
पत्नी कीर्ति ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि तांत्रिक इंद्रपाल के पास उनके पति राहुल के लगभग 40 लाख रुपये थे. ये पैसे व्यापार और निजी कामकाज के लिए उधार के रूप में दिए गए थे. इंद्रपाल ने 15 लाख रुपये तो लौटा दिए थे लेकिन बाकी रकम के लिए वह लगातार टालमटोल कर रहा था. राहुल बार-बार डोला जाकर इंद्रपाल से अपने पैसे मांग रहा था. कीर्ति का कहना है कि बार-बार की मांग से तंग आकर ही तांत्रिक ने राहुल को रास्ते से हटाने की साजिश रची और उसकी हत्या कर दी.
रहस्यमयी अंदाज़ में हुआ गायब, पुलिस ने झाड़ा पल्ला
राहुल के लापता होने के बाद कीर्ति ने सबसे पहले दिल्ली पुलिस में शिकायत की, लेकिन वहां से उन्हें यह कहकर टाल दिया गया कि यह मामला उत्तर प्रदेश के सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र में आता है. इस लापरवाही के चलते तीन दिन तक राहुल का कोई सुराग नहीं मिला. इस बीच राहुल का मोबाइल भी बंद हो गया था, जिससे कीर्ति और परिवार की चिंता और बढ़ गई. किसी तरह जानकारी जुटाकर जब कीर्ति खुद बागपत के सिंघावली अहीर थाने पहुंचीं, तब जाकर पुलिस हरकत में आई.
तांत्रिक की करतूत आई सामने, जंगल में मिला शव
सिंघावली अहीर पुलिस ने जब तहरीर के आधार पर इंद्रपाल भगत जी को उठाया और कड़ी पूछताछ की, तो उसने अंततः राहुल की हत्या की बात स्वीकार कर ली. इंद्रपाल ने बताया कि राहुल को पहले गोशपुर के जंगल में बुलाया गया और वहां गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई. रात में पुलिस इंद्रपाल की निशानदेही पर जंगल में पहुंची और वहां राहुल का खून से सना शव बरामद हुआ. पोस्टमार्टम के लिए शव को भेज दिया गया है.
हत्या में तांत्रिक के साथ और कौन? जांच जारी
पुलिस ने इस हत्याकांड में तांत्रिक इंद्रपाल को मुख्य आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही तीन अन्य नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में ये मामला केवल पैसे की लेन-देन से जुड़ा प्रतीत हो रहा है, लेकिन आशंका है कि इस अपराध में और लोग भी शामिल हैं. मामले की गहराई से जांच की जा रही है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
धोखे की चादर में ढका अपराध: तांत्रिक बना करोड़ों की ठगी और हत्या का मास्टरमाइंड
इस घटना ने एक बार फिर उजागर किया है कि किस तरह तांत्रिक और भगवा चोला ओढ़े ढोंगी लोग मासूमों को अपने जाल में फंसा कर ठगी और हत्या जैसे अपराध कर रहे हैं. इंद्रपाल ने तंत्र-मंत्र और भूत-प्रेत के नाम पर न केवल लोगों को गुमराह किया, बल्कि एक परिवार को उजाड़ने तक का अपराध कर डाला. पुलिस अब यह भी पता लगा रही है कि इंद्रपाल ने और कितने लोगों से रुपये ठगे हैं और कहीं इससे पहले भी उसने ऐसे अपराध तो नहीं किए.