UP Madrasas Education: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मदरसा शिक्षा को आधुनिक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. सरकार जल्द ही यूपी बोर्ड ऑफ मदरसा एजुकेशन एक्ट 2004 में संशोधन करने जा रही है. प्रस्तावित बदलावों के तहत कक्षा 10 तक के छात्रों के लिए हिंदी, अंग्रेजी, कंप्यूटर और विज्ञान जैसे आधुनिक विषयों को अनिवार्य किया जाएगा.
12 लाख से ज्यादा छात्रों को मिलेगा लाभ
इस निर्णय से प्रदेश के 13,329 पंजीकृत मदरसों में पढ़ने वाले 12 लाख से अधिक छात्रों को लाभ मिलने की उम्मीद है. अधिकांश छात्र ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों से आते हैं, और सरकार का मानना है कि यह बदलाव उनकी शैक्षिक गुणवत्ता और रोजगार क्षमता को बेहतर बनाएगा.
यह भी पढ़ें- Viral Video: 20 सेकंड में 15 बार लड़की से पिटा लड़का, चलती सड़क पर दिखाई दिया ‘चप्पल प्रेम’
यह भी पढ़ें- UP में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 4 जिलों के डीएम समेत 20 अफसरों का तबादला
मुख्यधारा से जोड़ने की पहल
सरकार का उद्देश्य है कि मदरसा शिक्षा को मुख्यधारा की स्कूली शिक्षा के स्तर पर लाया जाए. इस संशोधन के तहत धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ छात्रों को आधुनिक विषयों की समझ दी जाएगी, जिससे वे अन्य बोर्डों के छात्रों की तरह प्रतियोगी परीक्षाओं और करियर विकल्पों के लिए तैयार हो सकें.
इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रेनिंग पर फोकस
संशोधित पाठ्यक्रम को लागू करने के लिए सरकार शिक्षकों के प्रशिक्षण और स्कूलों के बुनियादी ढांचे के विकास पर भी ध्यान देगी. एक व्यापक ढांचा तैयार किया जा रहा है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि नई व्यवस्था प्रभावी रूप से लागू हो और छात्रों को बेहतर सीखने का वातावरण मिल सके.
सामाजिक समावेशन को मिलेगा बढ़ावा
सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस पहल का उद्देश्य धार्मिक शिक्षा को कमजोर करना नहीं, बल्कि उसे आधुनिक शिक्षा के साथ समन्वित करना है. इससे छात्रों को उच्च शिक्षा और नौकरी के बेहतर अवसर मिलेंगे, जो सामाजिक समावेशन और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक अहम कदम होगा.
कई सुधार पहले लागू कर चुकी है सरकार
योगी सरकार इससे पहले भी शिक्षा क्षेत्र में डिजिटल क्लासरूम, एनसीईआरटी पाठ्यक्रम और स्कूलों के आधुनिकीकरण जैसे कई सुधार लागू कर चुकी है. मदरसा शिक्षा में यह नया बदलाव इसी सुधार श्रृंखला का एक हिस्सा माना जा रहा है.
यह भी पढ़ें- योगी सरकार की बड़ी पहल, स्कूलों में 1.93 लाख शिक्षकों की होगी नियुक्ति