UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने जल संरक्षण और पर्यावरण संतुलन की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है. नमामि गंगे और मनरेगा योजनाओं के तहत अब तक राज्य की 50 नदियों का पुनरुद्धार किया जा चुका है. सरकारी बयान के अनुसार, इन नदियों की कुल लंबाई 3363 किलोमीटर है.
गंगा ग्रामों में भी विशेष पहल
सरकार ने जल संरक्षण के प्रयासों के तहत 1011 गंगा ग्राम पंचायतों में छोटी नदियों और जलधाराओं को पुनर्जीवित किया है. इन कार्यों के तहत नदियों की सफाई, गहरीकरण, तटबंध निर्माण, जलधारा पुनर्स्थापन और पौधरोपण जैसे कार्य शामिल हैं.
पौधरोपण से पर्यावरण संरक्षण
राज्य भर में 894 स्थानों पर सघन पौधरोपण किया गया है. खासतौर पर नदियों के किनारे, जिससे तट बंधों को मजबूती मिल सके और मिट्टी का कटाव रोका जा सके. सरकार का कहना है कि इससे हरियाली और जैव विविधता को भी बढ़ावा मिलेगा.
तालाब बने ग्रामीणों की जीवन रेखा
इसके अलावा, प्रदेश में 3388 तालाबों का निर्माण और सुदृढ़ीकरण कर ग्रामीण क्षेत्रों में जल भंडारण की क्षमता को बढ़ाया गया है. इन नदियों का पुनरुद्धार किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगा. ये तालाब खेती, पशुपालन और पेय जल का अहम स्रोत बनकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रहे हैं.