Up Rain Update: उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से गर्मी और तपिश का ऐसा कहर बरप रहा है कि आमजन का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. प्रदेश के कई जिलों में तापमान 43 से 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. आलम यह है कि लोग दोपहर में घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं. स्कूलों, कार्यालयों और बाजारों में भी उपस्थिति कम देखी जा रही है. खेतों में काम करने वाले मजदूरों और रोज कमाने खाने वाले वर्ग को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. गांव से लेकर शहर तक हर कोई बारिश के इंतजार में आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठा है.
बड़ी राहत: 17 जून से पूर्वी यूपी और 19 जून से पश्चिमी यूपी में हो सकती है झमाझम बारिश
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने जानकारी दी है कि फिलहाल प्रदेश के ऊपर कोई प्रभावी मौसमी सिस्टम सक्रिय नहीं है, लेकिन मध्य क्षोभ मंडल में पश्चिमी विक्षोभ और निचले क्षोभ मंडल में राजस्थान से लेकर मराठवाड़ा तक फैली द्रोणी (ट्रफ लाइन) सक्रिय हो गई है. इसके प्रभाव से उत्तर प्रदेश में पुरवा हवाओं का प्रवाह तेज हो गया है. इस कारण प्रदेश में 15 जून से बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी और 17 जून से पूर्वी उत्तर प्रदेश में व्यापक बारिश के आसार हैं. वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश 19 जून से जोर पकड़ सकती है. कुछ जगहों पर भारी वर्षा की संभावना भी जताई गई है.
लू से आंशिक राहत, लेकिन उमस और गर्मी से नहीं मिलेगी राहत – 14 जून से स्थिति थोड़ी सुधरेगी
13 जून को बुंदेलखंड को छोड़कर बाकी प्रदेश में अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिससे आगरा और मैनपुरी को छोड़कर कहीं भी तकनीकी रूप से लू की स्थिति नहीं पाई गई. लेकिन बढ़ी हुई आर्द्रता के कारण लोगों को ‘हीट इंडेक्स’ यानी उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार, 14 जून के बाद लू की स्थिति और अधिक कमजोर हो जाएगी, लेकिन उमस और चिपचिपी गर्मी से अभी राहत नहीं मिलेगी.
विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि जब तक मानसून पूरी तरह सक्रिय नहीं होता, तब तक धूप में बाहर निकलने से बचें और शरीर को हाइड्रेटेड रखें.
मेघगर्जन की चेतावनी जारी – जानिए आपका जिला शामिल है या नहीं
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अगले कुछ दिनों तक 30–40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चल सकती हैं. साथ ही बिजली गिरने और तेज गरज-चमक के साथ बारिश भी हो सकती है.
जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, वे हैं-:
बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर एवं इनके आसपास के इलाके.
इन जिलों में रहने वाले लोगों से अपील है कि वे मौसम के दौरान सतर्क रहें और खुले स्थानों पर खड़े होने से बचें.
अगले 5 दिनों तक लू से राहत, पर बीमारियों से सतर्क रहना जरूरी
रविवार से अगले पांच दिनों तक मौसम विभाग ने लू की कोई चेतावनी नहीं दी है. लेकिन अधिक आर्द्रता और गर्म हवाओं के कारण थकावट, डिहाइड्रेशन, चक्कर आने जैसी समस्याएं बनी रह सकती हैं. खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों के लिए ये मौसम जोखिमभरा हो सकता है.
डॉक्टरों की सलाह है कि हल्के कपड़े पहनें, दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं, बाहर निकलते समय सिर और आंखों को ढकें, और धूप से लौटने के तुरंत बाद ठंडा पानी न पिएं.
नोट: मौसम हर दिन बदल रहा है, इसलिए संबंधित जिलों के लोग अपने क्षेत्र के मौसम अपडेट्स पर लगातार नजर रखें. सरकारी अलर्ट और चेतावनियों का पालन करें और सावधानीपूर्वक दिनचर्या अपनाएं.