Wife Extramarital Affair: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के मझोला थाना क्षेत्र में एक महिला ने पति की अनुपस्थिति में अपने प्रेमी को घर बुला लिया. जैसे ही पति को इसकी जानकारी मिली, वह तुरंत घर पहुंचा और दोनों को आपत्तिजनक हालत में रंगे हाथ पकड़ लिया. शोरगुल होने पर आसपास के लोग जमा हो गए और युवक को पकड़ लिया गया. पुलिस को सूचना दी गई, जिसने दोनों को पकड़कर चौकी ले आई.
शादी से पहले से ही प्रेमी से चल रहा था संबंध, खुद बुलाया था घर
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि महिला और युवक शादी से पहले से ही संपर्क में थे. प्रेमी ने बताया कि महिला ने ही फोन कर उसे अपने घर बुलाया था. यह बात सामने आने पर दोनों पक्षों में काफी देर तक बहस और पंचायत चली. आखिरकार दोनों ने किसी भी प्रकार की कार्रवाई से इनकार कर दिया और समझौते के बाद मामला शांत हो गया.
पति बोला- धमकी दे रही है पत्नी, मरवा देगी प्रेमी से
पति का आरोप है कि जब महिला उसके साथ घर लौटी, तो उसने उसे धमकी दी कि अगर उसने उसे छोड़ा नहीं, तो वह अपने प्रेमी से उसकी हत्या करवा देगी. पति ने पुलिस को इस बारे में प्रार्थनापत्र दिया है. हालांकि मझोला थाना प्रभारी आरपी शर्मा ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है और फिलहाल किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है.
ससुराल से भी नहीं मिली मदद, उल्टा दी गई धमकी
पीड़ित पति ने बताया कि उसने कई बार पत्नी की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी ससुराल वालों को दी, लेकिन उल्टा उसे ही धमकाया गया. ससुराल पक्ष ने कहा कि अगर वह उनकी बेटी पर उंगली उठाएगा, तो उस पर दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज करवा दिया जाएगा और जेल भिजवा देंगे. डर के कारण वह शांत हो गया और पत्नी को टोकना बंद कर दिया.
प्रेम-प्रसंग में फंसा वैवाहिक जीवन, बच्ची भी है खतरे में
महज दो साल पहले हुई शादी में इतनी जल्दी दरार आने से पति सदमे में है. दंपती की एक मासूम बेटी भी है जो इस पूरे घटनाक्रम में सबसे अधिक प्रभावित हो रही है. महिला के प्रेम संबंध और आए दिन हो रहे झगड़ों से बच्ची के भविष्य पर भी संकट मंडराने लगा है.
पुलिस कार्रवाई से इनकार, लेकिन तनाव बरकरार
फिलहाल दोनों पक्षों ने लिखित कार्रवाई से इनकार कर दिया है, लेकिन पति ने जो धमकी की बात कही है, वह गंभीर मामला है. अगर जल्द ही इस पर सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में बड़ा हादसा हो सकता है. पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं कि ऐसी स्थिति में सिर्फ पंचायत करवा कर कैसे मामले को रफा-दफा किया जा सकता है.