बीरभूम.
बीरभूम जिले के इलम बाजार राइस मिल मैदान से मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने विभिन्न योजनाओं के तहत परिसेवा भी प्रदान की.जलाशय से बिजली उत्पादन की पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि बक्रेश्वर थर्मल पावर के जलाशय से विद्युत निर्माण की योजना राज्य की पहली ऐसी परियोजना है, जहां जलाशय से बिजली बनाई जाएगी. उन्होंने बताया कि यह पहल न केवल लागत कम करेगी बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल होगी. ममता ने कहा कि यदि यह परियोजना सफल होती है, तो राज्य के अन्य जलाशयों में भी इस पद्धति को लागू किया जाएगा. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया.
1142 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन
इसी अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में एक हजार से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. इन परियोजनाओं पर कुल 1142 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है. इसमें बीरभूम के जयदेव केंदुली कांकसा अजय नदी सेतु, मालदा में पांच नए पुल, सिउड़ी जिला अस्पताल में हाइब्रिड सीसीयू, बशीरहाट में डायलिसिस यूनिट और डायमंड हार्बर में लालपोल ब्रिज जैसी योजनाएं शामिल हैं.
केंद्र पर फंड रोकने का आरोप
जल मिशन फंड को लेकर मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत फंड और भूमि राज्य सरकार देती है, जबकि केंद्र को केवल 40 प्रतिशत देना होता है. इसके बावजूद फंड रोक दिया जाता है. उन्होंने सांसदों और विधायकों को अपने-अपने क्षेत्रों से वित्तीय सहयोग कर पीएचई विभाग की मदद करने का निर्देश दिया. ममता ने कहा कि यदि केंद्र फंड नहीं देता, तब भी राज्य सरकार जनता के कार्यों को जारी रखेगी और किसी को असुविधा में नहीं छोड़ेगी. मंच से ही उन्होंने मुख्य सचिव को सभी परियोजनाओं की प्रगति की जांच करने का आदेश दिया.
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