दुर्गापुर.
शहर के वार्ड 34 के कादा रोड से लगी निजी सीमेंट फैक्टरी के पास नौ सूत्री मांगों को लेकर बीते दिनों भूमि रक्षा कमेटी के बैनर तले पिछले 12 दिनों से चल आमरण अनशन मंगलवार जारी रहा. प्रबंधन के खिलाफ शुरू की गई आंदोलन एवं लगातार अनशन पर बैठे कमेटी के ध्रुव ज्योति मुखर्जी की हालत खराब होने की कगार पर है. लेकिन अभी तक प्रबन्धन एवं महकमा प्रशासन की ओर से इस मुद्दे को लेकर कोई कदम नहीं उठाने से आंदोलनकारी अनशन जारी रखने पर अड़े हैं.अनशन पर बैठने का क्या है कारण
अनशन पर बैठे ध्रुव ज्योति मुखर्जी का कहना है कि फैक्टरी प्रबंधन बीते कई वर्षों से ठेका श्रमिकों का शोषण कर रही है . जिससे तंग आकर फैक्ट्री में काम करने वाले नौ ठेका श्रमिकों ने प्रबंधन का सीधे तौर पर विरोध किया था. जिस कारण प्रबंधन बिना कुछ कहे विरोध करने वाले नौ श्रमिकों को काम से बाहर निकाल दिया है . प्रबंधन के तानाशाही देख फेक्ट्री में काम करने वाले अन्य ठेका श्रमिक हटाए गए श्रमिकों को पुनः नियुक्ति की मांग पर आंदोलन छेड़ दिया एवं कामकाज बंद कर गेट के सामने प्रदर्शन करने लगे थे. जिसका नेतृत्व मै खुद कर रहा हूं. श्री मुखर्जी ने कहा कि श्रमिकों का शोषण के साथ प्रबंधन कई तरह से अत्याचार कर रहा है. प्रबंधन स्थानीय लोगों को नियुक्त न कर बाहरी राज्यों से लोगो को नियक्त कर रहा है. फेक्ट्री से निकलने वाला प्रदूषण से कारण आसपास के लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
श्रमिकों को कम वेतन पर काम कराया जाता है. प्रबंधन को सभी मांगो को पूरा करना होगा. श्री मुखर्जी ने आरोप लगाया कि बीते 12 दिनों से श्रमिकों के हक के लिए अनशन पर बैठा हु. लेकिन अभी तक सामाजिक संगठन को छोड़ कर प्रबंधन एवं प्रशासनिक अधिकारी नहीं आए है. प्रबंधन को सभी मांगो को पूरा करना होगा. अन्यथा अनशन जारी रहेगा.प्रबंधन ने विज्ञप्ति जारी कर दिया बयान
श्रमिकों का लगातार चल रहा आंदोलन के कारण सीमेंट फेक्ट्री का उत्पादन कार्य प्रभावित होने की खबर है. वहीं 12 दिन के बाद प्रबंधन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आंदोलन को गलत ठहराया है. प्रबंधन का कहना है कि फेक्ट्री में औद्योगिक शांति अवैध गतिविधियों से प्रभावित हो रही है. पिछले डेढ़ वर्ष से तथाकथित भूमि रक्षा कमेटी के समर्थक दुर्गापुर सीमेंट वर्क्स में बार-बार विघटन कारी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं.इन गतिविधियों में अनधिकृत प्रदर्शन, भूख हड़तालें, और इच्छुक श्रमिकों को संयंत्र में प्रवेश करने से रोक कर उत्पादन प्रभावित करने के फिराक में हैं, जिससे उत्पादन कार्य में बार-बार अवरोध उत्पन्न हो रहा है.
दुर्गापुर सीमेंट वर्क्स फैक्टरी के श्रमिकों को कानूनी न्यूनतम मजदूरी से अधिक वेतन देने के बावजूद कुछ असामाजिक तत्व संयंत्र के सामान्य कार्य संचालन में बाधा डाल रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है