रानीगंज.
इसीएल के सातग्राम-श्रीपुर एरिया स्थित नींघा कोलियारी से एसएसआई कोलियरी तक कोयला परिवहन मार्ग पर आसनसोल नगर निगम की ओर से बिछायी जा रही पाइपलाइन के काम को ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (इसीएल) ने रोक दिया है. इसीएल का आरोप है कि नगर निगम ने अनुमति के बिना यह कार्य शुरू किया था, जिससे कोयला परिवहन बाधित हो रहा है और स्थानीय लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है. जानकारी के अनुसार, आसनसोल नगर निगम विभिन्न इलाकों में पाइपलाइन बिछाने का काम कर रहा है इसी कड़ी में नींघा कोलियारी और एसएसआई कोलियारी के बीच ईसीएल की सड़क पर भी यह कार्य शुरू किया गया. श्रम संगठनों के नेताओं ने आरोप लगाया कि ईसीएल की सड़क पर बिना पूर्व अनुमति के ही पाइपलाइन बिछाने का काम किया जा रहा था. इसी आरोप के बाद ईसीएल के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर काम रुकवा दिया। ईसीएल का कहना है कि नगर निगम ने इस कार्य के लिए कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं लिया था.अफसरों व नेताओं की प्रतिक्रिया
इस संबंध में निंघा खदान समूह के अभिकर्ता विजय ठाकुर ने बताया कि यह रास्ता कोयला परिवहन के लिए महत्वपूर्ण है और श्रमिक व उनके परिवार भी इसी रास्ते से आते-जाते हैं. उन्होंने कहा, “रोड को खोद दिया गया है, जिससे दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं और सभी को आने-जाने में भारी असुविधा हो रही है. हमारा कोयला परिवहन भी ठप पड़ गया है. ” ठाकुर ने सवाल उठाया कि इस रास्ते का पुनर्निर्माण कौन करेगा और इसकी भरपाई कौन करेगा. महाप्रबंधक के आदेश पर पाइपलाइन बिछाने का काम फिलहाल बंद कर दिया गया है.वहीं, इंटक नेता मुक्तिनाथ दुबे ने भी इस मामले पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा, “बिना अनुमति के किसके कहने पर ईसीएल के कोयला परिवहन रास्ते को खोद दिया गया? अब लोगों की जान पर आफत पड़ी है और ईसीएल को भी नुकसान हो रहा है. ” श्री दुबे ने भी यही सवाल दोहराया कि इस रास्ते का पुनर्निर्माण कौन करेगा.
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