सांसद व डीएम ने आसनसोल महकमा के चेंबर प्रतिनिधियों व उद्यमियों के साथ की सिनर्जी मीटिंग डीएम बोले – जल्द ही आइटी पार्क में उद्यमियों को आवंटित होगी जगह रानीगंज कोल्फील्ड क्षेत्र में रियायती भूमि पर एडीडीए की अनुमति नहीं मिलने से बढ़ रहा अवैध कारोबार आसनसोल. पश्चिम बर्दवान जिलाधिकारी एस पोन्नमबल ने मंगलवार को जिला स्तरीय निवेश समिति के साथ समन्व्य बैठक की. उसके बाद जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक महीने जिला स्तरीय निवेश समिति के पदाधिकारियों को लेकर महकमा स्तर पर बैठक की जाती है. आसनसोल व दुर्गापुर महकमा में अलग-अलग बैठक चरणबद्ध ढंग से होती है. इस बार समिति के पदाधिकारियों के साथ तीन माह के बाद बैठक हुई. विभिन्न विभागीय स्तर पर लंबित मामलों की जानकारी जुटायी गयी और प्रशासनिक स्तर पर उनके समाधान पर चर्चा की गयी. बैठक में चेंबर प्रतिनिधियों व उद्यमियों के मशविरे पर भी गौर किया गया. उन्होंने बताया कि मंगलपुर स्थित आइटी पार्क में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कमेटी तथा सरकार के बीच कुछ विषयों को लेकर असमहमति बनी हुई थी, जिनका समाधान कर लिया गया है. जल्द ही उद्योगपतियों को आइटी पार्क में जगह आवंटित होने लगेगी. बैठक में आसनसोल के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, आसनसोल-दुर्गापुर विकास प्राधिकरण(एडीडीए) के चेयरमैन कवि दत्त, आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव शंभुनाथ झा, पश्चिम बर्दवान डिस्ट्रिक्ट चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव अजय खेतान सहित विभिन्न चेंबर के प्रतिनिधि व उद्योगपति उपस्थित थे. सांसद शत्रुघन सिन्हा ने कहा कि जिले में बहुत सारी विकास परियोजनाएं चल रही हैं. प्रत्येक महीने इनकी समीक्षा को लेकर चेंबर प्रतिनिधियों तथा उद्योगपतियों के साथ बैठक होती है. जिले में उद्योग धंधों का विकास तेजी हो रहा है. सेल-आइएसपी के दूसरे दौर के आधुनिकीकरण के बाद यह देश का सबसे बड़ा उद्योग हो जायेगा. जिले में रोजगार के बेहतर अवसर पैदा हो रहे है. उन्होंने पश्चिम बंगाल में भाषा के विभेद को लेकर चल रही जंग के बारे में कहा कि बांग्ला भाषा दुनिया की सबसे मीठी भाषा है. पश्चिम बंगाल के दुर्गापूजा उत्सव को विश्व की सांस्कृतिक धरोहर का खिताब मिल चुका है. अभिषेक बनर्जी एक काबिल परीक्षक हैं. एसआइआर के मुद्दे पर श्री सिन्हा ने कहा कि यह केंद्र सरकार की ज्यादती है, जो लोकतंत्र को बर्बाद करने पर तुली है. यहां की जनता इस साजिश को सफल नहीं होने देगी. वही आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव शंभुनाथ झा ने कहा कि किसी भी शहर के विकास के साथ उद्योग धंधो का भी विकास होता है. लेकिन आसनसोल में बिल्कुल उलट तस्वीर देखने केा मिल रही है. शहर आर्थिक और समाजिक रूप से विकसित हो रहा है. लेकिन कुछ बडे उद्योगपति अपने व्यवसाय को गुजरात जैसे राज्यों में स्थानांतरित करने को मजबूर है. इसका कारण शहर में धडल्ले से अतिक्रमण बढता जा रहा है. जिस कारण व्यापारियों को अपने धंधे चलाने में तकलीफ हो रही है. उन्होंने इंडस्ट्रियल हब बनाने के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया. उन्होंने सांसद शत्रुधन सिन्हा से अनुरोध किया कि केन्द्रीय संस्थान इसीएल की सैकडो एकड जमीन परती पड़ी हुयी है. यदि केन्द्र सरकार के समक्ष यह मुद्दा उठाया जाये और ईसीएल की जमीन का उपयोग उद्योग धंधो के लिये किया जाये तो इससे विकास होगा. सांसद ने इस मुद्दे को लेकर बात करने का अश्वासन दिया. पश्चिम बर्दवान डिस्ट्रिक्ट चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव अजय खेतान ने बताया कि दिल्ली के बाद आसनसोल का प्रदूषण में दूसरा स्थान है. प्रदूषण नियंत्रण के मुद्दे पर विचार विमर्श किया गया. जामुडिया, कुल्टी, रानीगंज आदि क्षेत्रों में सब्सिडी भूमि पर एडीडीए की मंजूरी नहीं मिल रही है. जहां इसीएल की ओर से बीते 50 वर्षों न तो खनन का कार्य कभी हुआ है और न आगे होने की उम्मीद है. लेकिन दस हेक्ट्रेयर से अधिक पैतृक लैंड बिना प्रशासनिक अनुमति के यूं ही पडे हुये है. इन जमीनों के का उपयोग होने से जिला प्रशासन का राजस्व, हॉल्डिंग टैक्स, खजाना आदि में बढोत्तरी होगी. अनुमति नहीं मिलने की सुरत में अवैध करोबार बढ रहा है.
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