जामुड़िया.
एक लंबे अंतराल के बाद करोड़ों रुपये की नकदी से जुड़ा एक पुराना मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. राज्य की सीआइडी ने इस बार जामुड़िया के तपसी इलाके के निवासी जयंत मंडल उर्फ सुमित को नया नोटिस जारी किया है. नोटिस मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. बताया जा रहा है कि जयंत मंडल कोयला के ट्रांसपोर्टिंग से जुड़ा हुआ था.कहां से शुरू हुआ मामला?
यह मामला वर्ष 2022 का है, जब जामुड़िया के तपसी इलाके में कुनुस्तोड़िया कोलियरी के पास जयंत मंडल के घर के सामने खड़ी एक कार से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी. कार की डिग्गी में रखे बैग से करीब 2 करोड़ 45 लाख रुपये बरामद किये गये थे. मामले की शुरुआत जामुड़िया थानाे की पुलिस की जांच से हुई थी, लेकिन बाद में सीआइडी और इसीएल के विजिलेंस विभाग ने भी इसमें हस्तक्षेप किया.
जांच में फिर तेजी, सीआइडी ने संभाला मोर्चा
अब इस मामले की जांच को नये सिरे से शुरू किया गया है. जयंत मंडल को हाल ही में नोटिस भेजा गया था, जिसके बाद वह शुक्रवार को दुर्गापुर स्थित सीआइडी कार्यालय में पेश भी हुआ. जांच एजेंसी इस बात की तहकीकात कर रही है कि इतनी बड़ी नकदी जयंत मंडल के पास कैसे और किस उद्देश्य से पहुंची. प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई गयी थी कि यह राशि कोयला व्यापार या किसी सप्लाई टेंडर से जुड़ी हो सकती है. लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि पैसा किसका था और किसके कहने पर कार में रखा गया था.
प्रभावशाली लोगों की भूमिका की भी जांच
गौरतलब है कि इस मामले में 2 जुलाई 2022 को कोयला चोरी और तस्करी सहित कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया था. पहले भी सीआइडी ने इस दिशा में जांच की थी, लेकिन वह अधूरी रह गयी थी. अब एक बार फिर से जांच तेज कर दी गयी है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि कई नयी परतें खुल सकती हैं. सूत्रों की मानें तो जांच एजेंसी इस पहलू को भी खंगाल रही है कि क्या इस मामले में किसी प्रभावशाली व्यक्ति की संलिप्तता रही है. साथ ही, उन लोगों की भूमिका भी खंगाली जा रही है जो इस कथित नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं.
इस रहस्यमयी नकदी प्रकरण में आने वाले दिनों में कई अहम खुलासे हो सकते हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में एक बार फिर हलचल मच सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है