सभी नाबालिग झारखंड के साहिबगंज व पाकुड़ के हैं रहनेवाले
संवाददाता,कोलकाता.
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मानव तस्करी विरोधी अभियान ‘ऑपरेशन आहट’ के तहत हावड़ा स्टेशन से 18 नाबालिग बच्चों को तस्करों के चंगुल से सुरक्षित बचा लिया. इनमें सात लड़कियां और 11 लड़के शामिल हैं. सभी बच्चे झारखंड के साहिबगंज और पाकुड़ जिलों के गरीब परिवारों से ताल्लुक रखते हैं. आरपीएफ हावड़ा मंडल के साउथ पोस्ट की टीम ने सोमवार को प्लेटफॉर्म संख्या 22 पर एक तस्कर को नाबालिगों के साथ संदिग्ध अवस्था में देखा. पूछताछ में बच्चों ने बताया कि उन्हें यह भी नहीं पता था कि वे कहां जा रहे हैं. संदेह के आधार पर आरपीएफ ने तस्कर को हिरासत में लिया और सभी बच्चों को सुरक्षित रेस्क्यू किया. गिरफ्तार आरोपी की पहचान सैल्टियल मालटो (30) के रूप में हुई है, जो झारखंड के पाकुड़ जिले के छोटू जार पहाड़ गांव का निवासी है. पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह इन नाबालिगों को बाल श्रम के लिए कन्याकुमारी (तमिलनाडु) ले जा रहा था. बचाये गये बच्चों और गिरफ्तार आरोपी को आगे की कार्रवाई के लिए हावड़ा राजकीय रेलवे पुलिस स्टेशन (जीआरपीएस) को सौंप दिया गया है. आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 की धारा 143(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरपीएफ के अनुसार, यह तस्करी एक अंतरराज्यीय गिरोह की साजिश का हिस्सा हो सकती है. इस दिशा में आगे की जांच जारी है.
बता दें कि रेलवे सुरक्षा बल द्वारा देशभर में ट्रेनों के माध्यम से होने वाली मानव तस्करी को रोकने के लिए ऑपरेशन आहट नाम से एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत आरपीएफ केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है.
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