परिवार ने मुख्यमंत्री से लगायी गुहार
प्रतिनिधि, कल्याणी.
हरियाणा में नदिया जिला के तेहट्ट, नक्काशीपाड़ा और पलाशीपाड़ा के 20-25 प्रवासी मज़दूरों को बांग्ला बोलने के कारण बांग्लादेशी होने के संदेह में हिरासत में लिया गया है. इस घटना से परिवार बेहद चिंतित है. पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, तेहट्ट, नक्काशीपाड़ा और पलाशीपाड़ा के लोग हरियाणा में काम करने गये थे. कथित तौर पर, हरियाणा पुलिस ने उनके परिवार के सदस्यों को बांग्लादेशी होने के संदेह में हिरासत में ले लिया है. यहां तक कि उनके भारतीय वोटर कार्ड, आधार कार्ड और पैन कार्ड दिखाने के बावजूद उन्हें नहीं छोड़ा गया. आरोप है कि हिरासत में लिये गये लोगों को अभी तक रिहा नहीं किया गया है. हरियाणा में ऐसे कई परिवार हैं. उन्होंने चिंता में एक वीडियो संदेश के माध्यम से मुख्यमंत्री से भावुक अपील की है. इस घटना की खबर जैसे ही उनके गांव पहुंची, परिवार की नींद उड़ गयी. परिवार का दावा है कि उनका जन्म यहीं हुआ था. वे भारतीय हैं, लेकिन उन्हें बांग्लादेशी होने के संदेह में क्यों गिरफ्तार किया गया? हरियाणा में हिरासत में लिये गये लोगों के परिजनों ने अपने परिवार के सदस्यों को तुरंत रिहा करने की मांग की है.
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