कोलकाता.
फर्जी पे-स्लिप और फर्जी अकाउंट स्टेटमेंट का इस्तेमाल कर बैंक से 62 लाख रुपये का लोन लेकर फरार होने के मामले की जांच करते हुए लालबाजार के एंटी बैंक फ्रॉड विभाग की टीम ने बैंक के डायरेक्ट सेलिंग एजेंट को गिरफ्तार किया है. पकड़े गये आरोपी का नाम आकाश धीवर (28) बताया गया है. बांकुड़ा के सोनामुखी इलाके से इसे दबोचा गया. जिन छह लोगों के नाम पर 62 लाख रुपये का ऋण जारी किया गया था, उनमें कुछ ने खुद को सिंचाई, स्वास्थ्य और वन विभाग का कर्मचारी बताया था. ऋण की ईएमआइ जमा नहीं होने पर जांच के दौरान बैंक को पता चला कि बैंक को दी गयी जानकारी फर्जी थी, जिसके बाद प्राइवेट बैंक की तरफ से हेयर स्ट्रीट थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी गयी. लालबाजार के एंटी बैंक फ्रॉड विभाग की टीम ने बांकुड़ा में की छापेमारीलालबाजार के एंटी बैंक फ्रॉड विभाग की टीम ने एक टीम बनाकर मामले की जांच शुरू की. जांच अधिकारी को पता चला कि यह धोखाधड़ी बैंक द्वारा अनुमोदित एक डायरेक्ट सेलिंग एजेंट के जरिए बांकुड़ा-बर्दवान इलाके में की गयी थी. जांचकर्ताओं ने जांच के दौरान बुनियादी और आसपास की जानकारी इकट्ठा की. उस जानकारी के आधार पर पुलिस ने मंगलवार रात बांकुड़ा-दुर्गापुर इलाके में छापेमारी की. इस दौरान जांच अधिकारियों ने बांकुड़ा के सोनामुखी इलाके से आकाश धीवर नामक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. फर्जी कागजात तैयार कर दिलवा देता था लोनआकाश पर आरोप है कि वह फर्जी दस्तावेज तैयार करता था. इसके बाद इन कागजातों की मदद से आवेदकों को लोन बैंक की तरफ से मुहैया करवाने के बाद वह कर्जदारों से बड़ी रकम ले लेता था. पुलिस ने उसके बैंक खाते से 21 लाख रुपये बरामद किये हैं. आकाश को गिरफ्तार करने के बाद, पुलिस ने आरोपी कर्जदारों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है. पुलिस की छापेमारी की खबर मिलते ही वे सभी फरार हो गये हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार, जल्द ही धोखाधड़ी के बाकी लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है