प्रदर्शनकारियों के घेराव से पहले ही डीआरएम बंगले के आसपास इलाके को टीन से घेरा गया था
भारी मात्रा में तैनात थे आरपीएफ के जवान
प्रदर्शनकारियों की संख्या में कमी होने के कारण घेराव कार्यक्रम हुआ फ्लॉप
तृणमूल नेताओं ने आरपीएफ पर लाठी भांजने का लगाया आरोप आरपीएफ ने आरोपों का किया खंडन
प्रतिनिधि, खड़गपुर खड़गपुर डिवीजन के डीआरएम केआर चौधरी के बंगले को बुधवार को बस्ती बचाओ संग्राम कमेटी के सदस्यों ने अतिक्रमण के मुद्दे को लेकर घेरने की कोशिश की, लेकिन बंगले से करीबन एक सौ मीटर की दूरी पर साउथ साइड इलाके में डीआरएम आवास के सामने से गुजरने वाली सड़क को टीन लगाकर पहले ही रेलवे की ओर से घेराबंदी कर दिया गया था. दोनों ओर भारी संख्या में आरपीएफ जवानों को तैनात किया गया था. घेराव के दौरान प्रदर्शनकारियों की संख्याओं में कमी और डीआरएम बंगले से निकल रहे डीआरएम के वाहन को जबरन रोकने की कोशिश से इलाके में कुछ देर के लिये परिस्थिति उग्र भी हो गयी, लेकिन घेराव, एक्शन, ड्रामा और फ्लॉप शो के बीच तय किये गये समय से पहले ही समाप्त हो गया और अगली रणनीति को लेकर बैठक करने का ऐलान कर दिया गया. मालूम हो कि पूरीगेट इलाके में रेलवे की जमीन को अतिक्रमण करने की नोटिस जारी होेने के बाद और शहर में रेल क्षेत्र के रास्ते को घेराबंदी करने के मामले को लेकर बस्ती बचाओ संग्राम कमेटी आमने सामने हो गयी. एक ओर रेलवे अतिक्रमण पर जोर दे रही है, वही बस्ती बचाओ कमेटी अतिक्रमण के खिलाफ कड़ी हो गयी. बुधवार को बस्ती बचाओ संग्राम कमेटी के साथ-साथ तृणमूल नेता भी डीआरएम बंगले का घेराव करने पहुंचे थे, लेकिन घेराव स्थल पर आरपीएफ और बस्ती बचाओ संग्राम कमेटी और तृणमूल नेताओं की तुलना में प्रदर्शनकारियों की संख्या कम थी, जिसके कारण घेराव अभियान परवान चढ़ते-चढ़ते अचानक फ्लॉप शो में तब्दील हो गया.दर्शनकारियों ने डीआरएम के वाहन को रोकने की कोशिश : प्रदर्शनकारी जब डीआरएम बंगले को घेरने का प्रदर्शन कर रहे थे, उस दौरान खड़गपुर डिवीजन के डीआरएम केआर चौधरी अपने बंगले से डीआरएम कार्यालय जाने के लिये निकले. प्रदर्शनकारियों ने उनके वाहन को घेरने की कोशिश की. आरपीएफ ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की, जिससे इलाके में अचानक परिस्थिति उग्र हो गयी. आरपीएफ और प्रदर्शनकारी एक दूसरे से भिड़ गये. जिससे दो लोग जख्मी हो गये. उन्हें अस्पताल ले जाया गया. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि आरपीेएफ ने उन पर लाठी भांजी और शांत चल रहे विरोध प्रदर्शन को उग्र कर दिया. वहीं लाठी भांजने के आरोप को आरपीएफ ने झूठा और निराधार बताया.
डीआरएम बंगले के घेराव में प्रदर्शनकारियों की संख्या में कमी को लेकर स्थानीय रेल प्रशासन ने घेराव में हिस्सा ना लेने वाले खड़गपुर वासियों का शुक्रिया अदा की. नाम ना प्रकाशित करने का आश्वासन देने पर एक रेल अधिकारी ने बताया कि दो दिन पहले खड़गपुर डीआरएम केआर चौधरी ने प्रेस मीट में खड़गपुर वासियों से निवेदन किया था कि वे रेलवे के उन्नयन कार्य में रेलवे की मदद करें, बाधक ना बनें, बेवजह घेराव में शामिल ना हों, जिसका परिणाम सामने आया. प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों की संख्या कम थी और यह बात प्रमाणित हो रही है कि खड़गपुर शहरवासी भी रेलवे का विकास चाहते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है