संवाददाता, कोलकाता
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता व भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार व ममता बनर्जी की पार्टी 10,000 रुपये लेकर रोहिंग्या व बांग्लादेशियों के नाम मतदाता सूची में शामिल करा रही है. भाजपा प्रतिनिधिमंडल के साथ शाम में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मनोज कुमार अग्रवाल से मुलाकात व ज्ञापन सौंपने के बाद आयोग कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में शुभेंदु ने दावा किया कि दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप में तृणमूल ने 10,000 रुपये के बदले रोहिंग्याओं के नाम मतदाता सूची में जुड़वाये हैं. शुभेंदु ने कहा कि यह केवल काकद्वीप तक सीमित नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में फर्जी नाम डालने के लिए प्रशासन का उपयोग करके सभी जिलों में इसी तरह की गतिविधियां की जा रही हैं. उन्होंने आयोग से काकद्वीप में फर्जी मतदाता सूची मामले की सीबीआइ जांच की मांग की. साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो राज्य की गृह मंत्री भी हैं, के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की.शुभेंदु ने यह आरोप उस घटना के बाद लगाया है जब एक बांग्लादेशी नागरिक ने हाल में एक बांग्ला न्यूज चैनल के साथ बातचीत में दावा किया कि उसने एक तृणमूल नेता को 10 हजार रुपये देकर मतदाता सूची में नाम शामिल कराये और वोटर आइ कार्ड बनावाये हैं, इस दावे के बाद रविवार को काकद्वीप के तृणमूल विधायक मंटूराम पाखिरा ने भी आरोप लगाया था कि रुपये लेकर कुछ सरकारी कर्मचारी अवैध लोगों के नाम वोटर लिस्ट में दर्ज किये हैं. पाखिरा ने आरोप लगाया कि काकद्वीप के एसडीओ और बीडीओ कार्यालय के कर्मचारी रुपये लेकर अवैध काम कर रहे हैं. इसके पीछे एक बड़ा रैकेट है.
शुभेंदु ने इसका भी उल्लेख किया और चिंता जताते हुए इसे राष्ट्रीय मुद्दा बताते हुए चुनाव आयोग से मामले में कार्रवाई करने का आग्रह किया. भाजपा नेता ने कहा कि पिछले दो मौकों 2016 और 2021 विधानसभा चुनाव की तरह इस बार मैं तृणमूल को हेरफेर के जरिए फिर से जीतने नहीं दूंगा.पुलिस ने दो दिन तक हिंदुओं के फोन कॉल का नहीं दिया जवाब
कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति की रिपोर्ट का हवाला देते हुए शुभेंदु ने आरोप लगाया कि हिंसा के दौरान मुर्शिदाबाद के धुलियान और शमशेरगंज में पुलिस ने दो दिनों तक पीड़ित हिंदुओं के फोन काल का कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है कि अगर ऐसी पुलिस को चुनाव कराने का काम सौंपा गया तो क्या होगा? शुभेंदु की अगुवाई में आयोग से मुलाकात करने वाले भाजपा प्रतिनिधिमंडल में विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक शंकर घोष, पूर्व सांसद अर्जुन सिंह, वरिष्ठ नेता तापस राय, शिशिर बाजोरिया, कौस्तव बागची व अन्य शामिल थे.सिविक वॉलंटियरों की गतिविधियों पर उठाये सवाल :
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को सिविक वॉलंटियरों के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि ममता बनर्जी के शासन के दौरान पश्चिम बंगाल पुलिस या तो स्वयं वसूली कर रही है, या फिर ज्यादातर मामलों में यह काम संविदा पर रखे गये सिविक वॉलंटियरों से कराया जा रहा है. श्री अधिकारी ने कहा: सिविक वॉलंटियर द्वारा संगठित संस्थागत वसूली अब एक सुस्थापित उद्योग बन चुका है. संविदा पर नियुक्त सिविक वॉलंटियर के कार्यों की सूची में एक नया कार्य भी जुड़ गया है- तृणमूल नेताओं की पार्टी का झंडा उठाते हुए तस्वीरें लेना. राज्य में फिलहाल 1.2 लाख सिविक वॉलंटियर कार्यरत हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है