प्रतिनिधि, हुगली.
तृणमूल पार्षद गौरीकांत मुखर्जी ने बाणी मंदिर स्कूल की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. गौरीकांत को विधायक असित मजूमदार का करीबी माना जाता है. उन्होंने शुक्रवार को यह कहते हुए पद छोड़ा कि विधायक को बदनाम करने के लिए झूठ फैलाया जा रहा है.
यह विवाद तब शुरू हुआ जब सांसद निधि से स्कूल में स्मार्ट क्लासरूम का निर्माण हो रहा था. हाल ही में अभिनेत्री और सांसद रचना बनर्जी ने स्कूल का दौरा कर काम का निरीक्षण किया था. उस समय स्कूल की प्रधान शिक्षिका धृति बंद्योपाध्याय ने शिकायत की थी कि विधायक ने स्कूल आकर स्मार्ट क्लास को लेकर दुर्व्यवहार किया और गाली-गलौज की. यह सुनकर सांसद रचना बनर्जी ने आश्चर्य व्यक्त किया था. इस पूरे घटनाक्रम के बाद गौरीकांत मुखर्जी ने शुक्रवार को स्कूल जाकर अपना इस्तीफा सौंप दिया. उन्होंने बताया कि उन्होंने जिला निरीक्षक (डीआइ), एसडीओ और जिलाधिकारी को भी अपना इस्तीफा भेज दिया है. गौरीकांत का कहना है कि जिस तरह से विधायक को बदनाम करने की कोशिश हुई, वह पूरी तरह गलत है. उन्होंने दावा किया कि वह मौके पर विधायक के साथ मौजूद थे और विधायक ने किसी से दुर्व्यवहार नहीं किया. विधायक ने केवल यह पूछा था कि जब स्कूल चल रहा है, उस वक्त काम कर रहे मजदूरों की पहचान स्कूल के पास है या नहीं, क्योंकि यह लड़कियों का स्कूल है और कोई दुर्घटना होने पर प्रशासन जिम्मेदार होगा.
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