हुगली. सावन माह की तीसरी सोमवारी को तारकेश्वर धाम में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा. रविवार देर रात से ही मंदिर के मुख्य मार्गों पर पैर रखने की जगह नहीं बची थी. सुबह तक श्रद्धालुओं की संख्या 15 लाख के पार पहुंचने का अनुमान है. श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट और हुगली ग्रामीण पुलिस ने सुरक्षा और यातायात के लिए व्यापक तैयारियां की थीं. चंदननगर कमिश्नरेट के पुलिस कमिश्नर अमित पी जवालगी ने स्वयं कमान संभाली, जबकि दिल्ली रोड पार करते ही हुगली ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कामनाशीष सेन के नेतृत्व में सिंगूर थाना प्रभारी सुदीप्त साधुखां, हरिपाल प्रभारी अरूप मंडल और तारकेश्वर प्रभारी तन्मय बाग पूरे रूट पर तैनात रहे. पूरी स्थिति पर ड्रोन से भी निगरानी रखी गयी. शनिवार शाम को एसपी की अध्यक्षता में सभी थाना प्रभारियों के साथ बैठक कर विशेष दिशा-निर्देश दिये गये थे, जिसमें डीजे और तेज ध्वनि वाले साउंड सिस्टम पर रोक लगाने की कार्रवाई भी शामिल थी. पुलिस विभाग ने बाजीतपुर से तारकेश्वर थाने तक के रास्ते पर पहली बार छावनियों का निर्माण कराया.
कांवरियों की सेवा में कई संस्थाएं सक्रिय रूप से जुटी हुई थीं. इनमें श्री बड़ा बाजार लोहापट्टी सेवा समिति, नटराज सेवा संघ (हरिपाल),विश्वनाथ सेवा समिति, खन्यान की डॉ बीआर अंबेडकर सेवा समिति आदि का नाम उल्लेखनीय है. मंत्री बेचाराम मन्ना ने बताया कि इस बार 400 एनजीओ ने 43 किलोमीटर मार्ग पर अपने सेवा शिविर लगाये हैं. जिलाधिकारी मुक्ता आर्या, चंदननगर एसडीओ विष्णु दास और श्रीरामपुर एसडीओ के निर्देश पर इस बार पूरे मार्ग पर विशेष व्यवस्थाएं की गयी हैं. जगह-जगह शौचालय, पेयजल और प्रकाश की व्यवस्था है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी पूरी व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं. तारकेश्वर नगरपालिका की ओर से उत्तम कुंडू मंदिर परिसर और दूधपुकुर घाट की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया. निमाई तीर्थ घाट पर विधायक अरिंदम गुईन और बैद्यबाटी नगर पालिका के चेयरमैन पिंटू महतो ने उत्कृष्ट व्यवस्था की.
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