कोलकाता.
बालुरघाट सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में शुक्रवार रात अचानक आठ से 10 प्रसूतियों की तबीयत बिगड़ने से हड़कंप मच गया. परिजनों का आरोप है कि एक विशेष इंजेक्शन दिये जाने के बाद महिलाओं को कंपकंपी और सांस लेने में तकलीफ होने लगी.घटना के बाद, दक्षिण दिनाजपुर जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुदीप दास रात करीब 10 बजे अस्पताल पहुंचे और पूरे मामले पर निगरानी रखते हुए सुबह चार बजे तक स्थिति का जायजा लिया. जानकारी के अनुसार, प्रसूता वार्ड में भर्ती महिलाओं को शुक्रवार रात एक इंजेक्शन दिया गया, जिसके बाद कुछ महिलाओं में कंपकंपी, बेचैनी और सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण दिखने लगे.इसकी गंभीरता को देखते हुए दो महिलाओं को सीसीयू में शिफ्ट किया गया, जबकि अन्य को विशेष निगरानी में रखा गया. बवाल की आशंका को देखते हुए बालुरघाट थाने के आइसी सुमंत विश्वास भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. अस्पताल प्रशासन और चिकित्सकों की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है, और एक पांच सदस्यीय मेडिकल टीम का गठन किया गया है. हालांकि, शनिवार सुबह तक किसी स्वास्थ्य अधिकारी ने आधिकारिक बयान नहीं दिया, लेकिन सूत्रों के अनुसार, महिलाओं की शारीरिक स्थिति अब स्थिर है.मिथुन माली, जो एक पीड़ित महिला के पति हैं, ने कहा : हमने देखा कि सभी महिलाओं की हालत बिगड़ने लगी थी. कुछ को तेज कंपकंपी हो रही थी, तो कुछ को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. अस्पताल ने इस पर तुरंत ध्यान दिया और हम भी इस घटना की जांच की मांग कर रहे हैं.
घटना को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने मांगी रिपोर्टस्वास्थ्य विभाग ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए सीएमओएच से 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट मांगी है. राज्य के स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने कहा कि यदि किसी स्वास्थ्यकर्मी की लापरवाही पायी जाती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
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