फिर आतंकी मॉड्यूल सक्रिय करने में जुटा बांग्लादेश का प्रतिबंधित संगठन जेएमबी
मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तर दिनाजपुर, बीरभूम, नदिया, उत्तर व दक्षिण 24 परगना में खुफिया एजेंसियों ने बढ़ायी निगरानी
संवाददाता, कोलकाताबांग्लादेश में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन (जेएमबी) फिर से पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था आइएसआइ की मदद से राज्य के सात जिलों में अपना मॉड्यूल तैयार करने व सदस्यों को सक्रिय करने में जुट गया है. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने इसे लेकर बंगाल पुलिस व कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स को सतर्क किया है. इन जिलों को हाई अलर्ट कर दिया गया है. राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों से खतरनाक आतंकी मंसूबों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि जेएमबी के नेटवर्क को बंगाल में फैलने से रोका जा सके.शिक्षित युवाओं को चिह्नित कर संगठन से जोड़ने का प्रयास
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तर दिनाजपुर, बीरभूम, नदिया, उत्तर व दक्षिण 24 परगना जिलों में जेएमबी के सक्रिय आतंकियों की नजर है. जेएमबी यहां ऐसे शिक्षण संस्थानों में अपना मॉड्यूल तैयार करना चाहता है, जिन्हें सरकार से अनुमोदन प्राप्त नहीं है. जेएमबी के नेताओं व सदस्यों की छोटी-छोटी टीमों में बंटकर पहले इन शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों से संपर्क करके उनका ब्रेनवाश करने की साजिश रची जा रही है. सूत्रों ने बताया कि दो चरणों में मॉड्यूल बनाने की योजना का खुलासा हाल ही में गिरफ्तार किये गये तीन जेएमबी सहयोगियों से पूछताछ के बाद हुआ था. पिछले महीने, दो लोगों अजमल हुसैन और साहेब अली खान को बीरभूम से पकड़ा गया था. एक अन्य अबासुद्दीन मोल्ला को दक्षिण 24 परगना से पकड़ा गया था. सूत्रों ने बताया कि पहले चरण में, बांग्लादेशी कट्टरपंथी समूह ने इस मॉड्यूल को तैयार करने के लिए तीन जिलों मालदा, मुर्शिदाबाद और उत्तर दिनाजपुर का चयन किया है. इन तीन जिलों में प्रक्रिया पूरी होने के बाद, अगले चरण के तहत चार जिलों उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, नदिया और बीरभूम जिले को सक्रिय करने की बात है.
राज्य के नाबालिगों व युवाओं पर जेएमबी की खास नजर
मॉड्यूल बनाने के लिए सबसे पहले नाबालिग सहित युवाओं का ब्रेनवॉश कर बाद में उन्हें स्लीपर सेल में शामिल करना था. पुलिस ने इनमें से कुछ युवाओं के बारे में जानकारी हासिल की है, जिन्हें गिरफ्तार किये गये तीनों जेएमबी आतंकियों ने निशाना बनाया था.पहले से गिरफ्तार संगठन के सदस्यों का बयान लेंगे अधिकारी
जेएमबी बंगाल में मॉड्यूल तैयार करने के साथ ही यहां अपने स्लीपर सेल को भी सक्रिय करने के फेर में है. खुफिया एजेंसियों ने बताया कि हालांकि पिछले कुछ समय में कोलकाता व बंगाल पुलिस की एसटीएफ ने कोलकाता व बंगाल के विभिन्न इलाकों से जेएमबी के कई आतंकियों को गिरफ्तार किया है. अब इन सदस्यों से गहन पूछताछ की जायेगी.जेएमबी के पुराने स्लीपर सेल के सदस्यों पर भी कड़ी निगरानी
जांचकर्ताओं के अनुसार, अजमल हुसैन और साहेब अली खान के मोबाइल फोन से बरामद कोडित या एन्क्रिप्टेड मैसेज से पता चला है कि उनका संबंध बांग्लादेश स्थित कट्टरपंथी संगठनों जेएमबी, हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के सहयोगियों से था. हालांकि, मोल्ला के मोबाइल फोन से बरामद इसी तरह के कोडित और एन्क्रिप्टेड संदेशों से पता चला कि वह पाकिस्तान स्थित कुछ संदिग्धों के साथ-साथ कश्मीर स्थित कट्टरपंथी समूह अंसार गजवत-उल-हिंद के कुछ सहयोगियों के साथ नियमित संवाद में था. केंद्रीय जांच एजेंसियां जेएमबी की इस साजिश को नाकाम करने के लिए पुराने स्लीपर सेल के सदस्यों पर नजर रख रही हैं. साथ ही राज्य पुलिस के सहयोग से सतर्कता भी बरती जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है