कोलकाता.
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित पानीटंकी बाजार से 41वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) रानीडांगा की स्पेशल पेट्रोलिंग टीम ने मानव तस्करी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है. एसएसबी टीम ने कार्रवाई करते हुए नेपाल से तस्करी की नीयत से भारत लायी जा रही एक नाबालिग समेत सात नेपाली युवतियों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया. इसके साथ ही दो मानव तस्करों को भारतीय सीमा में घुसपैठ के दौरान पकड़ा है. मुक्त करायी गयीं युवतियां नेपाल के संखुवासभा जिले की रहने वाली हैं, जिनकी उम्र 16 से 21 वर्ष के बीच है. तस्करों की पहचान जापान गुरुंग (61) और दीपेश गुरुंग (41) के रूप में हुई है. जांच में सामने आया कि युवतियों को हांगकांग और अन्य देशों में नौकरी के नाम पर ले जाया जा रहा था. इसके लिए पहले उन्हें भारतीय पते पर फर्जी आधार, पैन और वोटर कार्ड बनवा कर पासपोर्ट दिलाया था. एसएसबी ने युवतियों और दोनों तस्करों को खोरीबाड़ी थाने की पुलिस को सौंप दिया है. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है