कोलकाता. सरकारी एसी, नन एसी बसों के साथ अब निजी बसों के लोकेशन की भी जानकारी यात्री साथी ऐप पर उपलब्ध होगी. एक महीने के भीतर एक हजार से ज़्यादा सरकारी और निजी बसों को इस ऐप के अंतर्गत लाने की योजना बनायी गयी है. गुरुवार को परिवहन सचिव सौमित्र मोहन की मौजूदगी में मैदान टेंट में एक बैठक हुई. निजी बस संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अगस्त तक सरकारी और निजी, दोनों तरह के 65 रूट इस ऐप के अंतर्गत लाये जायेंगे. इसमें से 40 सरकारी और 25 निजी बस रूटों को इस ट्रैकिंग सिस्टम के अंतर्गत लाने का लक्ष्य रखा गया है. इससे यात्री स्टॉप पर खड़े होकर एसी बसों और साधारण बसों का लोकेशन जान सकेंगे. हालांकि, यात्रियों का कहना है कि सरकार को ऐप लाने से पहले बसों की संख्या बढ़ानी चाहिए. वरना ऐसे ऐप का कोई फायदा नहीं होगा. इस ऐप के सभी सरकारी और गौर सरकारी बसों में लागू होने से यात्रियों का काफी लाभ मिलेगा.
इस ऐप के माध्यम से यात्री अपनी बस का लोकेशन जान सकेंगे. उन्हें पहले ही पता चल जायेगा की उनकी बस कितने देर में बस स्टॉप पर पहुंचेगी.
बैठक में यह भी निर्णय हुआ कि हर बस स्टॉप पर डिजिटल बोर्ड लगेगा.जहां बस के आने का समय दर्शाया जायेगा. बैठक में कोलकाता के साथ-साथ हावड़ा और विधाननगर अधिकारी भी मौजूद थे. बैठक से निकलने के बाद, पश्चिम बंगाल बस-मिनी बस मालिक संघ के महासचिव प्रदीपनारायण बसु ने कहा, “हम सरकार का हर संभव सहयोग करेंगे. हम अगस्त तक अपने संगठन के 8 रूटों की बसों को इस ऐप के अंतर्गत लाने की कोशिश कर रहे हैं.
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