कोलकाता.
राज्य के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना जतायी गयी है. राज्य सचिवालय के निर्देश पर सिंचाई विभाग के सचिव ने सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता और जिलों के इंजीनियरों के साथ एक वर्चुअल बैठक की. सिंचाई विभाग के सचिव ने विभागीय अधिकारियों को उन इलाकों में रातभर रुकने का निर्देश दिया है, जहां बांध टूटने से पानी घुसने की आशंका है. साथ ही सचिव ने अधिकारियों को संवेदनशील इलाकों पर लगातार नजर रखने का निर्देश दिया है. लगातार बारिश से कई नदियों का जलस्तर बढ़ेगा. सिंचाई विभाग के सचिव ने नदियों के जलस्तर की नियमित रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. दक्षिण 24 परगना जिले में पहले ही रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. सिंचाई विभाग के सचिव ने कर्मचारियों और अधिकारियों की तैनाती का आदेश दिया है, ताकि दक्षिण 24 परगना जिले में नदी के तटबंध क्षतिग्रस्त होने पर उसकी तुरंत मरम्मत की जा सके. सिंचाई मंत्री ने डीवीसी से पानी छोड़े जाने पर जतायी कड़ी आपत्ति : वहीं, राज्य के सिंचाई मंत्री मानस भुईंया ने डीवीसी से पानी छोड़े जाने पर एक बार फिर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है.मानस भुईंया ने कहा कि डीवीसी से 48 हजार क्यूसेक पानी व एक अन्य बांध से 86 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसकी वजह से स्थिति बिगड़ गयी है. मंत्री ने आगे कहा कि घाटाल में जून में ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं हुई. मंत्री ने कहा कि नदियों का जलस्तर बढ़ने से घाटाल, हुगली, बांकुड़ा, पांशकुड़ा और तमलुक के एक बड़े हिस्से में सबसे ज्यादा समस्या है. घाटाल और चंद्रकोना 1, आनंदपुर में कुछ बांधों को नुकसान पहुंचा है, जिससे पानी गांवों में प्रवेश कर गया है. उन्होंने कहा कि बांधों का मरम्मत कार्य चल रहा है. इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि वह डीवीसी को हर दिन ईमेल कर पानी छोड़ने से पहले सूचित करने का अनुरोध कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है