कोलकाता.
भाजपा शासित राज्यों में बांग्लाभाषियों के साथ कथित भेदभाव और प्रताड़ना के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार से ‘भाषा आंदोलन’ की शुरुआत की. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर शुरू हुए इस आंदोलन के तहत राज्यभर में रैलियां और सभाएं आयोजित की गयीं. राजधानी कोलकाता में मेयो रोड स्थित गांधी मूर्ति के समक्ष रिले पद्धति में चार महीने तक चलने वाला धरना प्रदर्शन शुरू हुआ. शनिवार को इस कार्यक्रम की शुरुआत तृणमूल महिला कांग्रेस के नेतृत्व में हुई, जो रविवार तक जारी रहेगा. धरने में राज्य की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य सहित महिला कांग्रेस की कई नेता और सदस्य मौजूद थीं. चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में बंगाल मूल के लोगों को केवल इसलिए प्रताड़ित किया जा रहा है क्योंकि उनकी मातृभाषा बांग्ला है. तृणमूल कांग्रेस इस भाषाई भेदभाव का कड़ा विरोध करती है. धरना कार्यक्रम की तय समय-सारणी9-10 अगस्त : तृणमूल युवा कांग्रेस
17 अगस्त : तृणमूल का लीगल सेल16 अगस्त: जन्माष्टमी अवकाश, कोई धरना नहीं
23-24 अगस्त: जय हिंद वाहिनी30-31 अगस्त: किसान और फार्म वर्कर्स सेल
6-7 सितंबर: प्रोग्रेसिव हेल्थ एसोसिएशन13-14 सितंबर: शिक्षा बंधु (शिक्षक संगठन)
दुर्गा पूजा अवकाश: कार्यक्रम स्थगित11-12 अक्तूबर: श्रमिक यूनियन (आइएनटीटीयूसी)
काली पूजा अवकाश25-26 अक्तूबर: आदिवासी सेल
1-2 नवंबर: सेकेंडरी टीचर्स ऑर्गनाइजेशन8-9 नवंबर: वेबकूपा
15-16 नवंबर: प्राइमरी टीचर्स ऑर्गनाइजेशन22-23 नवंबर: अनुसूचित जाति एवं ओबीसी प्रकोष्ठ
29-30 नवंबर: पैरा-टीचर्स यूनियन6-7 दिसंबर: अल्पसंख्यक इकाई
13-14 दिसंबर: हिंदी सेल20-21 दिसंबर: तृणमूल छात्र परिषद (कार्यक्रम का समापन)
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