कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उनके मंत्रियों को श्रीनगर में ””शहीद दिवस”” पर कब्रिस्तान जाने से रोकने के लिए नजरबंद किए जाने की कड़ी निंदा की है. उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण, अस्वीकार्य और शर्मनाक बताया है. ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच ””एक्स”” पर एक पोस्ट में कहा : शहीदों के कब्रिस्तान में जाने में क्या गलत है? यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि एक नागरिक के लोकतांत्रिक अधिकार को भी छीनता है. निर्वाचित मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ जो हुआ वह अस्वीकार्य है. चौंकाने वाला और शर्मनाक है. गौरतलब है कि उमर अब्दुल्ला, नेशनल कॉन्फ्रेंस और विपक्षी दलों के कई नेताओं को रविवार को नजरबंद कर दिया गया था, ताकि उन्हें ””शहीद दिवस”” मनाने के लिए श्रीनगर के नक्शबंद साहिब कब्रिस्तान जाने से रोका जा सके. जम्मू-कश्मीर में 13 जुलाई को शहीद दिवस मनाया जाता है, जो 1931 में श्रीनगर केंद्रीय कारागार के बाहर डोगरा सेना द्वारा मारे गये 22 लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए होता है. उपराज्यपाल प्रशासन ने 2020 में इस दिन को राजपत्रित छुट्टियों की सूची से हटा दिया था.
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