संवाददाता, कोलकाता
अगले वर्ष राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाला है. इसके पहले ही बिहार में मतदाताओं की पहचान के लिए चलाये जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) का अन्य विपक्षी दलों की तरह तृणमूल कांग्रेस भी विरोध कर रही है. इसे लेकर राज्य की राजनीति में भी हलचल है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसी पृष्ठभूमि में सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के साथ वर्चुअल बैठक करेंगी. यह बैठक शाम 4:30 बजे हो सकती है. बताया जा रहा है कि संसद सत्र के दौरान तृणमूल सांसदों को किन मुद्दों पर मुखर होना है, इस पर पार्टी सुप्रीमो अहम दिशा-निर्देश दे सकती हैं. बैठक में सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी मौजूद रहेंगे.
बिहार की तर्ज पर पश्चिम बंगाल में भी चुनाव आयोग मतदाता सूची में संशोधन का काम अगस्त से शुरू कर सकता है. बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. उससे पहले चुनाव आयोग ने ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी कर दी है. नयी लिस्ट के अनुसार, 65 लाख से ज्यादा नाम हटे दिये गये हैं. इस मुद्दे को लेकर विपक्ष हमलावर है. वहीं, बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल ने भी मोर्चा संभाल लिया है. पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर बंगाल में किसी योग्य मतदाता का नाम सूची से हटाया गया, तो वे सड़कों पर उतरेंगे. ऐसे में बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री वर्चुअल बैठक में पार्टी के सांसदों को इस मुद्दे पर तृणमूल की आगे की रणनीति को लेकर अहम निर्देश दे सकती हैं. इसके अलावा राज्य सरकार की नयी योजना ‘आमादेर पाड़ा, आमादेर समाधान’ को लेकर भी सांसदों को कामकाज की कुछ जिम्मेदारी दी जा सकती है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, पांच अगस्त को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी तृणमूल नेताओं के साथ एक वर्चुअल बैठक करेंगे. इस बैठक में पार्टी के सभी जिलों के अध्यक्षों और पार्टी की शाखा संगठनों के प्रमुखों के मौजूद रहने की बात है.
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