जिलाधिकारियों को निर्देश
संवाददाता, कोलकाताराज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में प्रशासनिक बैठक बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) से साफ कहा था कि मतदाताओं को किसी प्रकार की परेशान नहीं किया जा सकता. किसी भी मतदाता का नाम सूची से कटना नहीं चाहिए. राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को नबान्न में जिलाधिकारियों की बैठक में भी मुख्यमंत्री ने यही बात दोहरायी. उन्होंने जिलाधिकारियों से साफ कहा कि किसी भी योग्य मतदाता का नाम सूची में न छूटे. अगर किसी को अपात्र बताकर सूची से नाम काटने से पहले कम से कम पांच- छह बार जांच करनी होगी. सूत्रों का दावा है कि बैठक में मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से कहा कि 1,000 बीएलओ को प्रशिक्षण के लिए दिल्ली ले जाया गया था, इसकी जानकारी उन्हें क्यों नहीं दी गयी? तृणमूल कांग्रेस सरकार को इस बात का डर है कि इन 1,000 लोगों में भाजपा के समर्थक भी शामिल हैं. इसलिए उन्होंने जिलाधिकारियों को अधिक सतर्कता बरतने का निर्देश दिया. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि किसी का भी नाम काटने से पहले पूरी जांच करनी होगी और किस आधार पर नाम काटा गया, इसकी जानकारी रखनी होगी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को सीमावर्ती क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया. उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा है कि सीमा उनकी है, सीआरपीएफ उनकी है, इसलिए हमें सीमावर्ती इलाकों पर कड़ी नज़र रखनी होगी.
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