कोलकाता
. 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, बैंकों, किसानों और ग्रामीण मजदूर संगठनों की देशव्यापी हड़ताल का रेल परिचालन पर कुछ असर दिखा. कुछ जगहों पर सुबह से ही रेल अवरोध किया गया. पूर्व रेलवे के सियालदह मंडल के कैनिंग के इच्छापुर, बेलघरिया, टीटागढ़, मगराहाट और धमुआ स्टेशन पर सुबह में करीब 15-20 मिनट ट्रेनें रोकी गयीं. हावड़ा मंडल चुंचुड़ा और बंडेल के बीच और हिंदमोटर और समुद्रगढ़ के बीच 15-20 मिनट तक नाकेबंदी रही. बंद का कोलकाता शहर में कोई खास असर नहीं दिखा, लेकिन विभिन्न जिलों के निवासियों को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ा. हड़ताल समर्थकों द्वारा कुछ जगहों पर रेल लाइनों पर प्रदर्शन किया गया. नतीजतन दैनिक यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ा. श्यामनगर निवासी स्वपन दास ने कहा जब मैं सुबह ट्रेन में चढ़ा, तो मुझे पता चला कि आगे ट्रेन सेवा बाधित है. एक के बाद एक विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेनें रोक दी गयी. हमारी ट्रेन लगभग 25 मिनट बाद रवाना हुई. हालांकि, जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, ट्रेन और बस सेवा पूरी तरह से सामान्य हो गयीं.एटक परिवहन संगठन ने बंद को सफल बताया : एटक परिवहन संगठन ने वामपंथी संगठन की आहूत हड़ताल को सफल बनाने के लिए परिवहन संगठन से जुड़े लोगों को बधाई दी. संगठन के नेता नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की परिवहन श्रमिक विरोधी नीति, राज्य में पुलिस अत्याचार व झूठे मामले दर्ज कराने के विरोध में टैक्सी संगठनों का आंशिक व ऐप कैब के 80 से 90 फीसदी लोग हड़ताल में शामिल हुए. उन्होंने एटक परिवहन संगठन की ओर से ऐप कैब व टैक्सी चालकों का हड़ताल में शामिल होने के लिए अभिनंदन किया.
उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा बाधा पहुंचाये जाने के बावजूद केंद्र व राज्य सरकार को कड़ा जवाब मिला है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है