संवाददाता, कोलकाता
विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री द्वारा दुर्गापूजा कमेटियों को दिये जा रहे अनुदान पर तीखी टिप्पणी की. उन्होंने इसे रिश्वत बताते हुए कटाक्ष किया कि अब समय निकल गया है, और कितना भी रिश्वत बांट दी जाए, राज्य के असली हिंदू ममता बनर्जी के साथ नहीं हैं, क्योंकि वे तृणमूल कांग्रेस सरकार की तुष्टीकरण की राजनीति को समझ चुके हैं. अधिकारी ने राज्य में एसआइआर लागू होने के संबंध में दावा किया कि इससे तृणमूल कांग्रेस के वोट 2.75 करोड़ से घटकर 1.75 करोड़ रह जायेंगे और पार्टी इस बात को समझ चुकी है. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य प्रशासन के अधिकारियों का एक वर्ग उन्हें मतदाता सूची से संबंधित जानकारी दे रहा है. अधिकारी ने 100 से अधिक पश्चिम बंगाल सिविल सेवा और 20 से ज्यादा आइएएस अधिकारियों का इसके लिए धन्यवाद किया. उन्होंने मुख्यमंत्री की बीएलओ बदलने की चेतावनी पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि ऐसा करना संभव नहीं है, अन्यथा मतदाता सूची तैयार नहीं हो पायेगी और चुनाव बाधित होंगे.मुर्शिदाबाद दंगा : हाइकोर्ट के हस्तक्षेप से बची हिंदुओं की जान :
शुभेंदु अधिकारी ने यह भी बताया कि मुर्शिदाबाद दंगों पर उनकी जनहित याचिका पर कलकत्ता उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने केंद्रीय बलों की तैनाती आदि से संबंधित अपने पूर्व के महत्वपूर्ण आदेशों को जारी रखने की अनुमति दी है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में अदालत के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि माननीय हाइकोर्ट के हस्तक्षेप से मुर्शिदाबाद जिले में कई हिंदुओं की जान बच पायी है. उन्होंने बताया कि न्यायालय ने मुर्शिदाबाद जिले में स्थायी बीएसएफ शिविरों की स्थापना के संबंध में भी महत्वपूर्ण टिप्पणियां की हैं और न्यायाधीश हिंसा पीड़ितों के पुनर्वास और उचित मुआवजे की संभावनाओं पर भी लगातार विचार कर रहे हैं. अधिकारी ने संवैधानिक मानदंडों की रक्षा के लिए उच्च न्यायालय के प्रति आभार व्यक्त किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है