निगम की ड्रेनेज व्यवस्था पर उठे सवाल, लोग परेशान
संवाददाता, हावड़ा.
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से शहर के अधिकतर इलाकों में हुए जल-जमाव से शहरवासियों को थोड़ी राहत मिली है. मौसम ने करवट ली है और पिछले तीन दिनों से मूसलाधार बारिश का कहर थमा है. हालांकि, निगम के पांच वार्डों की स्थिति अभी भी भयावह है, जहां जल-जमाव बना हुआ है. घरों के अंदर पानी घुसने के कारण लोगों को अपना सामान बिस्तर पर रखना पड़ रहा है. किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए लोग फ्रिज को डिस्कनेक्ट कर रहे हैं. रसोई घर में पानी घुसने से महिलाओं को खाना बनाने में भारी परेशानी हो रही है. लोगों का कहना है कि पिछले दो दशकों में हालात इतने बुरे नहीं थे.
सबसे अधिक प्रभावित इलाके
जानकारी के अनुसार, इस मानसून में सलकिया, बामनगाछी सी रोड, बी रोड, विवेक नगर, बेलगछिया, दासनगर, बालटिकुड़ी सहित कई इलाकों में सबसे ज्यादा पानी जमा हुआ है. ये सभी वार्ड हावड़ा शहर के उत्तर-पश्चिम दिशा में हैं. सबसे बदतर स्थिति वार्ड नंबर 7, 8, 9, 10 और 50 में हुई है. दासनगर अंचल के रहने वाले लोगों ने कहा कि हर साल बारिश में यही स्थिति होती है, लेकिन इस बार की तरह स्थिति पहले कभी नहीं हुई थी.
जल निकासी की समस्या
वार्ड 50 के पूर्व पार्षद त्रिलोकेश मंडल ने कहा कि शहर की निकासी व्यवस्था को ठीक करने के लिए पोचा खाल का साफ होना बहुत जरूरी है. इस खाल को साफ कराने का जिम्मा सिंचाई विभाग का है, लेकिन बारिश से पहले इसकी सफाई नहीं की गयी थी, इसलिए इस बार यह हाल हुआ है. वहीं, सिंचाई विभाग ने बताया कि खाल की सफाई शुरू की गई है. इस बारे में पूछे जाने पर निगम के प्रशासनिक बोर्ड के चेयरमैन डॉ सुजय चक्रवर्ती ने कहा कि सभी विभागों के बीच और अधिक समन्वय की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जल्द ही पांच वार्डों से पानी निकालने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है.
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