तफ्तीश. असिस्टेंट कमिश्नर रैंक के अधिकारी कर रहे हैं जांच टीम का नेतृत्व
पीड़िता की अब तक नहीं हो सकी है मेडिकल जांच
संवाददाता, कोलकाताभारतीय प्रबंध संस्थान-कलकत्ता (आइआइएमसी) के जोका कैंपस के ब्वॉयज हॉस्टल (लेक व्यू हॉस्टल) में युवती से कथित ‘दुष्कर्म’ की घटना की जांच के लिए हरिदेवपुर थाने की पुलिस ने स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) का गठन किया है. कोलकाता पुलिस के मुख्यालय लालबाजार के सूत्र बताते हैं कि बेहला डिविजन के एक असिस्टेंट कमिश्नर रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में नौ सदस्यीय एसआइटी का गठन किया गया है. पुलिस का कहना है कि वारदात के दिन पीड़िता एवं आरोपी के बीच क्या-क्या बातचीत हुई थी. कहीं उसमें कोई ऐसा सुराग तो छिपा नहीं, जिससे जांच में मदद मिल सके. इसके कारण दोनों के बीच वारदात के दिन हुई बातचीत का पता लगाने के लिए उनके मोबाइल के चेट लिस्ट को पुलिस खंगाल रही है, ताकि आगे की जांच में मदद मिल सके. इसके साथ पीड़िता का बयान लेने वाले पुलिसकर्मी से भी बातचीत की जा रही है. पीड़िता ने लिखित बयान से पहले पुलसकर्मी को दिये गये मौखिक अपने बयान में असल में क्या कहा था, इसका पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है. क्या है मामला: गौरतलब है कि हॉस्टल में छात्रा को नशीला पदार्थ खिलाकर उसे बेहोश करने के बाद उसके साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आने के बाद हरिदेवपुर थाने की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आइआइएमसी में मैनेजमेंट के द्वितीय वर्ष के छात्र प्रेमानंद महावीर टोप्पन्नवार उर्फ परमानंद जैन (26) को शुक्रवार रात को गिरफ्तार कर लिया. वह कर्नाटक का निवासी बताया गया है. उसे शनिवार को अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 19 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिया गया है. इधर, घटना के 48 घंटे बीतने के बावजूद पीड़िता की मेडिकल जांच न कराये जाने के कारण पुलिस को भी जांच में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पुलिस सूत्र बताते हैं कि कई बार पीड़िता से मेडिकल जांच कराने का आग्रह किया गया, लेकिन उसकी तरफ से मेडिकल जांच के लिए कोई कारगर जवाब नहीं मिल रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है