संवाददाता, कोलकाता.
कुछ बेरोजगार शिक्षकों ने आमरण अनशन करने का फैसला किया है. सूत्रों के अनुसार हाइकोर्ट द्वारा निर्धारित टेंट में शुक्रवार की रात 12 बजे से करीब 10 बेरोजगार शिक्षकों ने आमरण अनशन शुरू किया है. वे चार मांगों को लेकर अनशन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री से मिलना और ट्रायल अवधि पर पुनर्विचार करना उनकी मुख्य मांगें हैं.
बेरोजगार शिक्षकों का कहना है, “चेयरमैन से बात करने के बाद भी कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिला है. योग्य शिक्षक अधिकार मंच के मुताबिक जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा. बेरोजगार शिक्षक सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. उनका कहना है कि सिर्फ ड्रामा चल रहा है. सरकार ऐसे काम कर रही है, जैसे कुछ हुआ ही नहीं है, जबकि हजारों शिक्षकों का भविष्य अंधकारमय हो गया है. सरकार फिर से जल्दी-जल्दी फॉर्म भरवाकर भ्रष्टाचार की तैयारी कर रही है, जबकि ज्यादातर बेरोजगार हुए शिक्षक दोबारा परीक्षा देने के इच्छुक नहीं हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है