डीआरएम आवास के घेराव के बाद लाठीचार्ज का आरोप, डीआरएम पर भड़के प्रदर्शनकारीप्रतिनिधि, खड़गपुर,
पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रेलवे अतिक्रमण के मुद्दे पर स्थानीय प्रशासन और ””””बस्ती बचाओ संग्राम कमेटी”””” व तृणमूल कांग्रेस के बीच तनाव गहरा गया है. गुरुवार को ””””बस्ती बचाओ संग्राम कमेटी”””” और तृणमूल कांग्रेस ने मिलकर एक विशाल रैली निकाली और डीआरएम कार्यालय के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने डीआरएम के. आर. चौधरी के तत्काल स्थानांतरण की मांग की है.लाठीचार्ज के आरोपों ने भड़काया गुस्सा :
यह विरोध प्रदर्शन बुधवार को डीआरएम बंगले के घेराव के दौरान आरपीएफ द्वारा किए गए कथित लाठीचार्ज के बाद आया है. ””””बस्ती बचाओ संग्राम कमेटी”””” ने बुधवार के अपने अभियान को ””””फ्लॉप शो”””” बताया था, लेकिन लाठीचार्ज के आरोपों ने नए सिरे से गुस्सा भड़का दिया है. तृणमूल नेताओं और कमेटी के सदस्यों ने आरोप लगाया कि बुधवार को वे शांतिपूर्वक डीआरएम बंगले का घेराव कर रहे थे, तभी आरपीएफ जवानों ने अचानक लाठीचार्ज कर दिया, जिससे उनके कई नेता और कार्यकर्ता घायल हो गये. डीआरएम चौधरी पर शहर में अशांति फैलाने का आरोप : प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब से केआर. चौधरी खड़गपुर डिवीजन में डीआरएम बनकर आये हैं, तब से शांत खड़गपुर शहर अशांत हो गया है. उन्होंने डीआरएम पर तानाशाही का आरोप लगाया और उनके तत्काल तबादले की मांग की. रैली में तृणमूल और ””””बस्ती बचाओ संग्राम कमेटी”””” के नेताओं ने हुंकार भरी कि अगर खड़गपुर शहर में रेलवे अधिकारियों की तानाशाही पर लगाम नहीं लगी, तो उनका आंदोलन और भी तेज होगा.कड़े सुरक्षा बंदोबस्त
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान, डीआरएम कार्यालय के सामने भारी संख्या में आरपीएफ जवानों को तैनात किया गया था ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके. यह पूरा विवाद पुरी गेट इलाके में रेलवे द्वारा अतिक्रमण हटाने के नोटिस और रेल क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में सड़क अवरुद्ध करने के मामलों से जुड़ा हुआ है, जिसने स्थानीय लोगों और रेलवे प्रशासन के बीच तनाव की स्थिति पैदा कर दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है