कोलकाता.
राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तृणमूल कांग्रेस अब ज्यादा से ज्यादा महिला मतदाताओं को जोड़ने की कोशिश में है. यही वजह है कि अब तृणमूल ने महिलाओं को लेकर विशेष अभियान शुरू करने का एलान किया है. अभियान 10 अगस्त से शुरू होगा, जो 12 नवंबर तक चलेगा. अभियान के दौरान तृणमूल और उसकी महिला इकाई तृणमूल महिला कांग्रेस की ओर से राज्य के 35 संगठनात्मक जिलों में महिलाओं को लेकर सभा का आयोजन भी किया जायेगा. सूत्रों के अनुसार, अभियान के दौरान दो प्रमुख मुद्दे उठाये जायेंगे. इनमें भाजपा शासित प्रदेशों में बांग्ला भाषियों पर कथित अत्याचार और राज्य में महिलाओं के सशक्तीकरण में तृणमूल सरकार की उपलब्धियां होगी. अभियान के तहत ‘दीदी महिलाओं के साथ, महिलाओं के पास’ नारे के साथ पार्टी कार्यकर्ता हर बूथ पर पर्चे बांटेंगे और घर-घर जाकर प्रचार करेंगे. साथ ही महिला मतदाताओं को ममता सरकार की विकास योजनाओं की जानकारी दी जायेगी. राजनीतिक पंडितों का मानना है कि वर्ष 2011 से लेकर 2024 तक सभी चुनावों में तृणमूल कांग्रेस को सफलता मिली है. इसका एक बड़ा कारण महिला वोट बैंक भी है. विपक्ष ने तृणमूल के महिला वोट बैंक को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन तृणमूल उन्हें अपने साथ बनाये रखने में कामयाब रही है. अगले ही वर्ष राज्य में विधानसभा चुनाव होगा, इसलिए तृणमूल अपने महिला संगठन पर खास ध्यान दे रही है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पार्टी महिलाओं के साथ होने का साफ संदेश उक्त अभियान के जरिये देना चाहती है. मंत्री व तृमणूल महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल में महिला सशक्तीकरण को लेकर बेहतरीन भूमिका निभायी है. हम उनके प्रति आभार और धन्यवाद जताने के लिए यह अभियान शुरू कर रहे हैं. अभियान को लेकर तृणमूल महिला कांग्रेस की बैठकें हो चुकी हैं. प्रत्येक सांगठनिक जिलों में पार्टी की सभा होगी. इसकी शुरुआत पश्चिम मेदिनीपुर और पुरुलिया से होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है