कोलकाता. पश्चिम बंगाल विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा ओबीसी सर्वेक्षण को लेकर दिये गये बयान पर विपक्षी भाजपा विधायकों ने तीव्र विरोध जताते हुए सदन से वाॅकआउट कर दिया. विपक्षी दल भाजपा ने दावा किया है कि यह आरक्षण अल्पसंख्यक तुष्टीकरण है. मुख्यमंत्री के बयान के बाद विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायक विधानसभा में सदन के अंदर इस मुद्दे पर नारेबाजी करते रहे और अंत में सदन से वॉकआउट किया. शुभेंदु अधिकारी ने विधानसभा के बाहर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने झूठा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वह भ्रामक जानकारी दे रही हैं. उन्होंने मांग की कि नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को मुख्यमंत्री के बयान पर जवाब देने का मौका दिया जाये. लेकिन अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने यह अनुमति नहीं दी, जिसके चलते भाजपा विधायकों ने सदन से वाॅकआउट कर दिया. शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि इस मुद्दे पर भाजपा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई के दौरान विस्तृत पक्ष रखा जायेगा. इस मुद्दे को लेकर सड़क से लेकर अदालत तक लड़ाई होगी. इस आरक्षण नीति के जरिये राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने साबित कर दिया कि वह हिंदू विरोधी है और सिर्फ मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है. शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जिस पद्धति से नया सर्वे करा रही है, वह वही तरीका है जिसे पहले हाइकोर्ट ने अवैध ठहराया था और खारिज कर दिया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है