कोलकाता. महानगर के बॉलीगंज के रहने वाले ट्रांसजेंडर अनुप्रभा दास मजूमदार ने अपना पहचान पत्र दिखाकर पासपोर्ट बनवाया है. देश में शायद यह पहली ऐसी घटना है. इससे पहले, देश में पासपोर्ट के लिए ट्रांसजेंडर”””””””” पहचान पत्र स्वीकार करने का नियम नहीं था. नतीजतन, ट्रांसजेंडरों के लिए पासपोर्ट बनवाना काफी मुश्किल था. अपने नाम पर पासपोर्ट बनवाने के लिए अनुप्रभा दास मजूमदार पिछले दो सालों से इधर-उधर भटक रही थीं. कोलकाता के पासपोर्ट कार्यालय के कई चक्कर लगाने के बाद भी जब कोई फायदा नहीं हुआ, तो उन्होंने कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. अदालत की मध्यस्थता के बाद आखिरकार अनुप्रभा का पासपोर्ट बना और गुरुवार को उन्हें पासपोर्ट मिल गया. गौरतलब है कि कलकत्ता हाइकोर्ट ने 18 जून को अपने आदेश में कहा था कि अब से पासपोर्ट के लिए ट्रांसजेंडर पहचान पत्र भी स्वीकार किये जायेंगे. पासपोर्ट मिलने के बाद अनुप्रभा ने कहा : कलकत्ता उच्च न्यायालय का यह फैसला ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए एक बड़ी जीत है. हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें पहचान पत्र पाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा.
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