Bihar Politics: विकासशील इंसान पार्टी (VIP) प्रमुख मुकेश सहनी एक बार फिर अपने बयानों से बिहार की सियासत में हलचल मचा रहे हैं. आगामी विधानसभा चुनाव और महागठबंधन में अपनी भूमिका को लेकर उन्होंने मीडिया से खास बातचीत में कई बड़े दावे किए हैं. सहनी ने खुद को मुख्यमंत्री पद के ‘दूसरे दावेदार’ के तौर पर प्रस्तुत करते हुए यह भी कहा कि इस बार वे “दूल्हा बनना चाहते हैं, बाराती नहीं.”
60 सीटों पर अड़कर बोले, 50 या 45 तक बात नहीं होगी
सहनी ने महागठबंधन के सीट बंटवारे को लेकर स्पष्ट कहा कि उनकी पार्टी 60 सीटों से कम पर समझौता नहीं करेगी. उन्होंने कहा, “दो-चार सीट ऊपर-नीचे हो सकता है, लेकिन 50 या 45 तक आना संभव नहीं. गठबंधन के मंच पर सब तय होगा, लेकिन हमारा हिस्सा कम नहीं होगा.” सहनी का मानना है कि 243 सीटों में सभी को संतुलित ढंग से हिस्सेदारी दी जा सकती है.
“अगर सरकार में योगदान है तो हिस्सेदारी भी होनी चाहिए”
सहनी ने खुद को अति पिछड़ा वर्ग (EBC) का बड़ा चेहरा बताते हुए दावा किया कि राज्य की 37% आबादी इसी वर्ग की है, जिसे लंबे समय से नेतृत्व नहीं मिला. निषाद समाज (12% आबादी) की राजनीतिक आवाज बनने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि “अगर हम सरकार बनाने में सहयोग कर रहे हैं, तो उप-मुख्यमंत्री पद पर दावा जायज है.” उन्होंने अपने मंत्री रहते अनुभव को साझा करते हुए कहा कि “मंत्री रहकर बहुत कुछ नहीं किया जा सकता, लेकिन अगर पहले से तय हो कि कौन कहां होगा, तो जनता को स्पष्ट मैसेज जाएगा.”
तेजस्वी-सहनी ‘दो दूल्हे’?
सबसे दिलचस्प टिप्पणी में सहनी ने खुद को तेजस्वी यादव के साथ “सरकार का दूसरा दूल्हा” बताया. उन्होंने कहा, “अगर तेजस्वी जी सीएम होंगे तो मैं डिप्टी सीएम बनूंगा. दोनों ओबीसी वर्ग से हैं. एक पिछड़ा, एक अति पिछड़ा. जब विचारधारा एक है, तो दो दूल्हों वाली सरकार क्यों नहीं?” सहनी ने खुद को ‘सन ऑफ मल्ला’ बताते हुए कहा कि इस बार वे बाराती नहीं, दूल्हा बनकर आएंगे.
नीतीश पर हमला, BJP पर तंज
नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए सहनी ने कहा कि “वे मेरे अभिभावक हैं, लेकिन अब उनका वक्त पूरा हो गया है. सरकार ब्यूरोक्रेसी के सहारे चल रही है, शराबबंदी फेल है और अपराध बेलगाम.” वहीं BJP के डिप्टी सीएम को ‘लोडर’ बताते हुए बोले, “इस बार डिप्टी सीएम कौन बनेगा, ये दिल्ली (अमित शाह-मोदी) तय करेगी, हो सकता है सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा लाइन से बाहर हो जाएं.”