Narpatganj Vidhan Sabha Chunav 2025: पड़ोसी देश नेपाल के तराई क्षेत्र से सटे होने के कारण कोसी नदी की धार के उफान पर आते हीं नरपतगंज के उत्तरी भाग में बाढ़ का पानी पसर जाता है. कुछ गांव में तो एक माह तक बाढ़ का पानी रुका रहता है. नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र के 25 फीसद लोग दिल्ली, पंजाब उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं. काम के अभाव में अन्य राज्यों में जाने की मजबूरी भी यहां की एक गंभीर समस्या है. गरीब तबके के मजदूरों का कहना है कि गांव में काम नहीं मिलने के कारण पलायन की मजबूरी है.
विकास से कोसों दूर है कई गांव
वहीं कुछ गांवों में आज भी कच्ची सड़कों पर चलने की समस्या है. बारिश के मौसम में इन सड़कों पर पैदल चलना भी जोखिम भरा होता है. हालांकि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना एवं सात निश्चय योजना के तहत हुए काम के बाद कई गांव सीधे-सीधे शहर की सड़कों से जुड़ गए हैं लेकिन अभी भी विकास अधूरा है. नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र की तस्वीर बीते पांच सालों में काफी बदली है. यह बदलाव तब आया प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, मनरेगा एवं मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत धरातल पर मेहनत हुआ. हालांकि आज भी कई ऐसे गांव हैं, जो विकास से कोसों दूर हैं. आजादी के कई दशक बाद भी नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों गांव की सड़क व नदी पर पुल का निर्माण नहीं हो सका है. इसके कारण यहां के लोगों को आवागमन की भारी समस्या से रूबरू होना पड़ता है.
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RJD पर भारी पड़ी थी BJP
2020 में नरपतगंज (विधानसभा क्षेत्र संख्या 46, अररिया जिला, बिहार) के चुनाव में जय प्रकाश यादव (भारतीय जनता पार्टी, BJP) विजयी रहे. उन्होंने 98,397 वोट हासिल किए और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आरजेडी के अनिल कुमार यादव को 28,610 वोट के बड़े अंतर से हराया.
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