Barbigha Vidhan Sabha Chunav 2025: बरबीघा विधानसभा 2025 में भी बिहार की सबसे रोचक सीटों में से एक होगी. जहां हर वोट मायने रखेगा और जाति-राजनीति-विकास की तिकड़ी से ही तय होगी अगली सत्ता की चाभी. अब देखने वाली बात ये होगी की 2020 में महज 113 वोटों से इस सीट को जीतने वाली जेडीयू क्या इस बार अपनी सीट बचाने में कामयाब हो पाएगी.
2010 से 2020 तक का सफर: सीट ने बदला कई बार सियासी रंग
- 2010 में गजानंद शाही (JDU) ने कांग्रेस के अशोक चौधरी को हराया.
- 2015 में कांग्रेस ने वापसी की और सुदर्शन कुमार ने RLSP उम्मीदवार को 15,717 वोटों से हराया.
- 2020 में फिर सुदर्शन कुमार मैदान में उतरे लेकिन इस बार जदयू के टिकट पर. उन्होंने कांग्रेस के गजानंद शाही को मात्र 113 वोटों से हराया. जो बरबीघा के चुनावी इतिहास की सबसे कड़ी टक्कर मानी जाती है.
जातिगत समीकरण ही बरबीघा की असली राजनीति
बरबीघा सीट पर भूमिहार, कुर्मी और दलित मतदाताओं की बड़ी आबादी है. जातिगत समीकरणों के अलावा विकास का मुद्दा भी यहां मायने रखता है, मगर जीत-हार में जाति समीकरण ही सबसे निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
- अनुसूचित जाति मतदाता: करीब 22.2%
- मुस्लिम आबादी: 4.1%
- ग्रामीण इलाका: 84.4%
- वोटर टर्नआउट (2020): करीब 57%
2025: क्या फिर NDA की वापसी या कांग्रेस करेगी चौंकाने वाला प्रदर्शन?
2024 के लोकसभा चुनाव में बरबीघा विधानसभा क्षेत्र में NDA को करीब 29,000 वोटों की बढ़त मिली थी. यह आंकड़ा बताता है कि जमीनी स्तर पर NDA का पकड़ मजबूत हो रहा है. मगर सुदर्शन कुमार की अपनी लोकप्रियता और कांग्रेस के गजानंद शाही की क्षेत्र में मजबूत उपस्थिति इस लड़ाई को रोचक बना देती है.
बिहार की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें