Parihar Vidhan Sabha: बिहार के सीतामढ़ी जिले का परिहार विधानसभा सीट एक अहम सीट के तौर पर जाना जाता है. इस सीट का गठन 2008 में हुआ था. बिहार के 243 विधानसभा सीटों में से इस सीट को शुरुआत से ही भाजपा का गढ़ मानी जाती है. 2008 के बाद 2010 के विधानसभा चुनाव में BJP के राम नरेश यादव, 2015 और 2020 में लगातार BJP की गायत्री देवी विधायक बनती आयीं है. आरजेडी 3 बार से लगातार यहां चुनाव हार रही है.
2010 में भाजपा को 32987, 2015 में 66388 और 2020 में 73420 वोट मिले थे. इस सीट से 2020 विधानसभा चुनाव में 14 उम्मीदवार विधायक पद के लिए खड़े थे.
विधायक का परिचय
विधायक गायत्री देवी का जन्म 1 जनवरी 1964 कोयी भरवां, जिला मुजफ्फरपुर, बिहार में हुआ था. गायत्री देवी कक्षा नौवीं पास है और उनके 3 बेटें है. उन्होंने साल 1990 में राजनीति में एंट्री लिया था.
विधायक बनने से पहले वे भाजपा की महामंत्री और महिला मोर्चा की आगुआ रह चुकी. गायत्री देवी के पति राम नरेश प्रसाद यादव ही 2010 में इस सीट से विधायक बने थें. सूचना के अनुसार कथित आपराधिक मामलों के कारण उनका चुनाव प्रभावित हुआ था जिसके बाद भाजपा ने उनकी पत्नी को 2015 में टिकट दिया था.
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मतदाताओं की संख्या
इस विधानसभा सीट में कुल 331669 मतदाता है जिसमे से करीब 174718 पुरुष वोटर है और 156927 महिला वोटर है. सरकारी डेटा के अनुसार परिहार विधानसभा क्षेत्र में सोनबरस, दोसतिया, सोनबरसा, बिशुनपुर अधार, पुरंधा राजवारा पुरवी, पुरंधा राजवारा पाश्चिमी, इंदरवा, भलुआहा, सिंघवाहिनी, पिपरा परसैन, मढिया और जयनगर ग्राम पंचायतें शामिल हैं.
इस सीट पर जातीय समीकरण भी अहम भूमिका निभाते हैं. यादव और मुस्लिम समुदायों की अच्छी-खासी संख्या यहां पर देखी जाती है. खासकर यादव और मुस्लिम मतदाताओं की संख्या को देखते हुए RJD हर चुनाव में यहां अपनी रणनीति बनाती रही है, लेकिन उसे अभी तक सफलता नहीं मिली है.वहीं बीजेपी की पकड़ खासकर अति पिछड़े वर्गों और महिलाओं में मजबूत मानी जाती है.