Sheikhpura Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार के शेखपुरा विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण में हाल का मील का पत्थर 2020 का चुनाव था, जब RJD ने लगातार दो बार जीत दर्ज करने वाली JDU की मजबूत पकड़ तोड़ दी. इस क्षेत्र में तीन चुनावों (2010–2020) में JDU की राज था, लेकिन 2020 में RJD ने वापसी की.
ऐसा रहा पिछले तीन चुनाव का इतिहास
2010 में पहली बार रंधीर कुमार सोनी (JDU) ने कांग्रेस की सुनीला देवी को 7,342 वोटों से मात दी. 2015 में उन्होंने HAM‑Secular के नरेश साव को लगभग 13,101 वोटों से लगातार दूसरी बार हराया, तब JDU का वर्चस्व और मजबूत हुआ, लेकिन 2020 में RJD के विजय कुमार ने 39% वोट शेयर और 6,116 वोटों के अंतर से JDU को हराकर सीट अपने कब्जे में ले ली.
यादव वोटर निभाते हैं अहम भूमिका
शेखपुरा विधानसभा क्षेत्र में मुख्यतः यादव, कुर्मी, भूमिहार और दलित समुदायों के इर्द-गिर्द घूमती है. यादव समुदाय, जो RJD का परंपरागत वोट बैंक माना जाता है, इस क्षेत्र में प्रभावशाली है और अक्सर निर्णायक भूमिका में रहता है. 2020 के चुनाव में RJD उम्मीदवार विजय कुमार की जीत में यादव वोटों की एकजुटता अहम रही।
क्षेत्र में भूमिहार मतदाता भी रखते हैं दखल
वहीं, कुर्मी जाति से आने वाले रंधीर कुमार सोनी (JDU) को 2010 और 2015 में कुर्मी तथा अति पिछड़े वर्गों का समर्थन मिला था, जिससे वे लगातार दो बार विजयी रहे. भूमिहार मतदाता भी क्षेत्र में अच्छी संख्या में हैं और आमतौर पर NDA समर्थक माने जाते हैं, हालांकि उनका मतदान व्यवहार कभी-कभी उम्मीदवार की छवि और स्थानीय मुद्दों पर भी निर्भर करता है. दलित और महादलित वोटरों की संख्या भी निर्णायक है.
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