Ujiarpur Vidhan Sabha Chunav 2025: उजियारपुर विधानसभा सीट बिहार की राजनीति में एक अहम भूमिका निभाती आई है. वर्ष 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई यह सीट अब तक तीन विधानसभा चुनाव देख चुकी है, और हर बार मतदाताओं ने आरजेडी पर भरोसा जताया है. अब तक हुए तीनों चुनाव में इस सीट से आरजेडी उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है.
2010: आरजेडी की दस्तक
पहले चुनाव में ही राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के दुर्गा प्रसाद सिंह ने सीट पर कब्जा जमाया. हालांकि मुकाबला कड़ा था, लेकिन आरजेडी ने शुरुआती बढ़त लेते हुए इस नए निर्वाचन क्षेत्र में अपनी जड़ें जमा लीं. यह जीत पार्टी के लिए मनोबल बढ़ाने वाली रही.
आलोक मेहता की बड़ी जीत
इसके बाद 2015 के चुनाव में उजियारपुर सीट पर आरजेडी ने आलोक कुमार मेहता को उम्मीदवार बनाया. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार को भारी मतों के अंतर से हराकर इस सीट को पूरी तरह आरजेडी के कब्जे में ला दिया. इस चिनाव में जीत का अंतर करीब 47,460 वोट का था.
आलोक मेहता के जीत का अंतर घटा
2020 में एक बार फिर आरजेडी ने आलोक मेहता पर भरोसा जताया. उन्होंने बीजेपी के शील कुमार राय को हराया, लेकिन इस बार जीत का अंतर पहले की तुलना में घट गया.
- आरजेडी (आलोक मेहता): 90,601 वोट (48.81%)
- बीजेपी (शील कुमार): 67,333 वोट (36.27%)
- जीत का अंतर: 23,268 वोट
- इस चुनाव ने यह संकेत भी दिया कि भले ही आरजेडी की पकड़ बनी हो, लेकिन विरोधी दलों की चुनौती कम नहीं हुई है.