Bibhutipur Vidhan Sabha Chunav 2025: समस्तीपुर जिले की बिभूतिपुर विधानसभा सीट (विधानसभा संख्या 138) बिहार की सियासत में हमेशा चर्चा का विषय रही है. यह क्षेत्र न सिर्फ राजनीतिक तौर पर जागरूक है, बल्कि वोटिंग पैटर्न में बार-बार बदलाव इसकी चुनावी विविधता को दर्शाता है.
2020 का चुनाव: वामपंथ की धमाकेदार वापसी
वर्ष 2020 में बिभूतिपुर सीट से सीपीआई (एम) के उम्मीदवार अजय कुमार ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की. उन्हें करीब 73,822 वोट मिले जबकि जद (यू) के राम बालक सिंह को मात्र 33,326 वोट हासिल हुए. मतों का अंतर: लगभग 40,496 वोट रहा जो यह बताता है कि जनता ने इस बार निर्णायक फैसला किया.
2015 का चुनाव: जद (यू) की पकड़ मजबूत
2015 में नीतीश कुमार की लोकप्रियता और महागठबंधन की ताकत के सहारे जद (यू) के राम बालक सिंह ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने करीब 57,882 वोट प्राप्त किए जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी सीपीआई (एम) के रामदेव वर्मा को 40,647 वोट मिले. मतों का अंतर: लगभग 17,235 वोट का रहा. यह चुनाव उस दौर में हुआ जब नीतीश कुमार और लालू यादव एक साथ थे। इसका सीधा फायदा जद (यू) को हुआ।
2010 का चुनाव: विकास के नाम पर जद (यू) की जीत
2010 में भी यह सीट जद (यू) के ही हिस्से में गई. राम बाला सिंह ने उस समय 46,469 वोट के साथ जीत हासिल की थी. उनके सामने सीपीआई (एम) के रामदेव वर्मा थे, जिन्हें 34,168 वोट मिले. मतों का अंतर 12,301 वोट रहा. उस वक्त राज्य में विकास और कानून-व्यवस्था की बहस चरम पर थी, जिसका लाभ सीधे तौर पर नीतीश