वरीय संवाददाता, देवघर . नगर थाना क्षेत्र के हदहदिया पुल- शांति शिवम होटल के समीप एक बंद पड़े मकान से पुलिस ने फंदे से लटका शव बरामद किया था. पुलिस ने शव बरामद कर उसके पोस्टमार्टम की प्रक्रिया करायी है. तीन सदस्यीय मेडिकल टीम में शामिल डॉ चिंतरंजन पंकज, डॉ रविशेखर व डॉ रोहन मुकुल ने पोस्टमार्टम कर शव को शीतगृह में सुरक्षित रखवा दिया है. मगर मौत का असली कारण जानने के लिए मेडिकल बोर्ड ने शव का डीएनए जांच कराने की सलाह पुलिस को दी है.
इसके लिए शव के शरीर के कई तत्व जैसे-बाल, नाखून, रक्त आदि का नमूना लेकर उसे दुमका स्थित फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज भेजा जायेगा. वहां से डीएनए रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों से परदा हट सकेगा. इधर, शव की पहचान नहीं हो पायी है और न कोई उस पर दावा करने ही पहुंचा है. इस परिस्थिति में पुलिस शव की वास्तविक पहचान के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग के जरिये स्थिति स्पष्ट करना चाहती है. ताकि अनुसंधान को सही दिशा में ले जाया जा सकेगा. तत्काल शव को शीतगृह में रखा गया है.क्या है डीएनए जांच
डीएनए जांच, जिसे डीएनए परीक्षण या आनुवंशिक परीक्षण भी कहा जाता है, किसी व्यक्ति के डीएनए में मौजूद आनुवंशिक जानकारी का विश्लेषण है. यह परीक्षण किसी व्यक्ति के आनुवंशिक रोगों के जोखिम, पैतृक संबंध स्थापित करने, या आपराधिक जांच में साक्ष्य प्रदान करने के लिए किया जा सकता है. डीएनए जांच में, वैज्ञानिक एक व्यक्ति के डीएनए के नमूने लेते हैं और विशिष्ट क्षेत्रों का विश्लेषण करते हैं, जैसे कि डीएनए अनुक्रम या गुणसूत्रों की संख्या, यह देखने के लिए कि क्या कोई आनुवंशिक भिन्नता या परिवर्तन है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है