संवाददाता, देवघर. जिलेभर में समाहरणालय संवर्ग के कर्मियों का भारी टोटा है. पूरे देवघर में कुल 283 लिपिक व राजस्व कर्मचारियों के स्वीकृत पद है. इसमें 91 पद खाली है. लिपिक में कुल 207 पद स्वीकृत है, इसमें 150 लिपिक कार्यरत हैं, जबकि 57 पद खाली है. राजस्व कर्मचारियों का कुल 76 पद स्वीकृत हैं, जिसमें 34 पद रिक्त है. 42 राजस्व कर्मचारी कार्यरत हैं.
लिपिक व राजस्व कर्मचारियों का पद खाली रहने से प्रखंड व अंचल कार्यालय से लेकर जिला मुख्यालय के कई कार्यालय में कामकाज प्रभावित है. 50 फीसदी लिपिक व राजस्व कर्मचारियों को अलग-अलग कार्यालय में अतिरिक्त प्रभार मिला हुआ है, जिस कारण कार्यालय का काम लंबित हो रहा है. विकास योजनाओं से जुड़े विभाग में भी लिपिक का अभाव है.एक ही कार्यालय में बार-बार होती है पोस्टिंग
जिला मुख्यालय के कई लिपिक का तबादला बार-बार दो से तीन वर्ष के अंदर एक ही कार्यालय में हो जाता है. जिला मुख्यालय छोड़कर कई लिपिक प्रखंड व अंचल कार्यालय नहीं जाना चाहते हैं. तबादला होती भी है तो जिला मुख्यालय में ही एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय में प्रतिनियुक्ति हो जाती है. जिला मुख्यालय में जिला नजारत, जिला भू-अर्जन, राजस्व शाखा व अनुमंडल कार्यालय में कई लिपिक व नाजिर की पोस्टिंग दूसरे कार्यालय में है, लेकिन हर दो से तीन साल में उनकी प्रतिनियुक्ति उनके पसंदीदा कार्यालय में हो जाती है. जिला भू-अर्जन व जिला नजारत कार्यालय इसमें सबसे आगे है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है