संवाददाता, देवघर . पुराना सदर अस्पताल स्थित आयुष विभाग में आयुष एसीएचओ के चयन में गड़बड़ी और करोड़ों रुपये की दवा की खरीदारी के बाद वितरण नहीं करने व अन्य मसले की जांच स्वास्थ्य विभाग के टीम ने की. टीम को गठन सिविल सर्जन डॉ युगल किशोर चौधरी ने किया था, जिसमें प्रभारी एसीएमओ डॉ पीके शर्मा व जिला भीवीडी पदाधिकारी डाॅ अभय कुमार यादव के साथ एफएलसी रवि कुमार सिन्हा व एसीएमओ के लिपिक ऋषि भास्कर थे. वहीं आवेदक आरटीआइ एक्टिविस्ट्स दिनेश लाल को भी जांच के दौरान बुलाया गया. टीम के सदस्यों ने जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जगदीश प्रसाद सिंह और आरटीआइ एक्टिविस्ट्स से मामले में जानकारी ली. टीम के सदस्यों ने दस्तावेज सहित स्टॉक रजिस्टर की भी जांच की. मौके पर आवेदक दिनेश लाल ने टीम को बताया कि आयुष विभाग से कई बिंदुओं पर आरटीआइ के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराने की मांग की गयी थी, लेकिन विभाग की ओर से अबतक जानकारी उपलब्ध नहीं कराया गया. इसमें आयुष विभाग में बहाल एसीएचओ के सर्टिफिकेट का विभाग की और सत्यापन नहीं कराने, वहीं विभाग की ओर से करोड़ों रुपये की दवा की खरीदारी के बाद वितरण नहीं किये जाने काे लेकर भी आरटीआइ किया गया था. लेकिन किसी भी मामले में जानकारी नहीं दी गयी. उधर आयुष चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि आरटीआइ के जवाब देने के लिए 30 दिन का समय निर्धारित होता है. जिसमें अभी समय है. जल्द उसका जवाब दिया जायेगा. वहीं जांच टीम के सदस्यों ने एक सप्ताह का समय दिया है, इसके बाद जांच की जायेगी.
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