संवाददाता, देवघर. जिले में सरकारी तालाबों की बंदोबस्ती प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही है. जिला मत्स्य कार्यालय में दो दिनों तक चली इस प्रक्रिया में मंगलवार तक कुल चार प्रखंडों के 54 तालाबों की बंदोबस्ती की गयी. बंदोबस्ती के इस दौर में विभाग को कुल 3.10 लाख रुपये की आमदनी हुई. जानकारी के अनुसार, 10 हजार रुपये या उससे अधिक राशि वाले तालाबों की बंदोबस्ती अपर समाहर्ता हीरा कुमार की अध्यक्षता में की गयी, जबकि पांच सौ रुपये से नौ हजार रुपये तक की राशि वाले तालाबों की बंदोबस्ती जिला मत्स्य पदाधिकारी दीपांकर सीट की अध्यक्षता में संपन्न हुई.
बोली की प्रक्रिया सुबह दस बजे से शुरू होकर देर शाम सात बजे तक चली. तालाबों की नीलामी में पालाजोरी, सारठ, सारवां और सोनारायठाढ़ी प्रखंड के कुल 54 तालाब शामिल रहे. बोली लगाने पहुंचे मछुआरों और स्थानीय निवासियों में खासा उत्साह देखा गया. जिला मत्स्य विभाग के अनुसार, बंदोबस्ती प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पूरी की गयी है. विभागीय अधिकारियों ने बताया कि बंदोबस्ती से प्राप्त राशि का उपयोग मछली पालन को बढ़ावा देने और मत्स्य विभाग की अन्य योजनाओं में किया जायेगा.स्थानीय मछुआरों को मिलेगा लाभ
बंदोबस्ती प्रक्रिया में भाग लेने वाले मछुआरों ने बताया कि इससे उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार का बेहतर मौका मिलेगा, साथ ही तालाबों के संरक्षण और उन्नत मछली पालन की दिशा में भी यह कदम कारगर साबित होगी. प्रखंडवार तालाबों की संख्या और प्राप्त राशि का विवरण जल्द ही विभाग द्वारा जारी किया जायेगा. अधिकारियों ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में अन्य प्रखंडों के तालाबों की भी बंदोबस्ती की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है