पानी बचाने और बर्बादी रोकने का निर्देश
टैंकर से हो रही जलापूर्ति, 1600 बंदी परेशान
Jamshedpur News :
घाघीडीह सेंट्रल जेल में भीषण जल संकट उत्पन्न हो गया है. जेल परिसर ड्राई जोन घोषित हो चुका है और जलस्तर गिरने से अधिकांश बोरिंग फेल हो चुकी है. इससे जेल में बंद लगभग 1600 कैदियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर जेल में बंद 75 महिला बंदियों को अधिक दिक्कत हो रही है. गर्मी शुरू होते ही जल संकट गहराने लगा है. जेल परिसर में कुल सात बोरिंग करायी गयी थी, जिनमें से छह पूरी तरह फेल हो चुकी है. केवल एक बोरिंग चालू है, जिससे मात्र 10 प्रतिशत पानी ही निकल रहा है. इसके अलावे जेल में आठ चापाकल हैं, जिनमें से केवल दो काम कर रहे हैं और उनसे भी बहुत कम मात्रा में पानी निकल रहा है.स्थिति को देखते हुए जेल प्रशासन ने बंदियों और कर्मियों को पानी की बचत करने का निर्देश जारी किया है. पानी की बर्बादी रोकने के लिए कर्मचारियों को निगरानी रखने के निर्देश दिये गये हैं.
फिलहाल जेल पूरी तरह टैंकर के पानी पर निर्भर है. जिला प्रशासन, यूसीआइएल और जिला परिषद के सहयोग से तीन टैंकरों के माध्यम से प्रतिदिन जलापूर्ति की जा रही है. जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह, जिप अध्यक्ष बारी मुर्मू और यूसीआइएल की ओर से पानी की आपूर्ति की जा रही है.कोट…
गर्मी के आने के साथ ही घाघीडीह जेल में जल संकट शुरू हो गया है. जेल की सभी बोरिंग फेल हो गयी है. उपायुक्त की पहल से टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है. इसके अलावे जिप अध्यक्ष बारी मुर्मू और पूर्व जिप उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह हर दिन टैंकर से पानी की सप्लाई कर रहे हैं. टैंकर से जलापूर्ति होने से काफी राहत मिली है.
अजय कुमार प्रजापति, जेल अधीक्षक, घाघीडीहB
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