पिपरवार. अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ की 14 सूत्री मांगों को लेकर सीसीएल सीकेएस द्वारा बुधवार को सीएचपी/सीपीपी परियोजना में गेट मीटिंग की गयी. अध्यक्षता संजीव चंद्र ने की. इस अवसर पर वक्ताओं ने मजदूरों के समक्ष अभाखमसं की मांगों को विस्तार से रखा. उन्हें बताया गया कि किस तरह सरकार की गलत नीतियों की वजह से आनेवाले दिनों में कोल इंडिया व इसके स्थायी मजदूर संकटों में घिर सकते हैं. बताया गया कि भारतीय मजदूर संघ आंदोलनों के माध्यम से कोयला मजदूरों को उनके भविष्य के प्रति जागरूक कर रहा है. वहीं, कोल इंडिया व सरकार को अपनी नीतियों की समीक्षा की मांग भी कर रहा है. वक्ताओं ने कहा कि स्थायी मजदूरों की बहाली शुरू करने, नये कोयला खदानों में विभागीय उत्पादन की प्रतिशत सुनिश्चित करने, सीएमपीएफ घोटाले की जांच करने, सेवानिवृत्त कर्मियों का पेंशन 5000 रुपये फिक्स करने, कोल इंडिया की प्रत्येक कंपनी में कर्मियों के लिए सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल का निर्माण करने की मांग की. अंत में वक्ताओं ने मजदूरों से एकजुट हो कर आंदोलन को सफल बनाने की अपील की. मीटिंग को मिथिलेश सिन्हा, संजय सिंह, दिलीप गोस्वामी, प्रदीप त्रिपाठी व उमेंद्र कुमार ने संबोधित किया. मौके पर सुरेश तिवारी, सुनील कुमार सिंह, जयप्रकाश शर्मा, शैलेंद्र कुमार, प्रमोद कुमार गुप्ता, केके मिश्रा, जगत कुमार सिंह, सुनील कुमार राणा, महेंद्र ठाकुर, धर्मेंद्र कुमार, राजेंद्र प्रताप सिंह, महेश प्रसाद, श्रवण कुमार, महेंद्र ठाकुर, सुनील कुमार पंडित आदि उपस्थित थे.
सीएचपी/सीपीपी परियोजना में हुई गेट मीटिंग
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