Motihari: मधुबन. कुर्बानी के महापर्व बकरीद के पहले दिन मधुबन स्थित ईदगाह में ईद उल अजहा की नमाज शाही इमाम सैयद अकरम नूरी ने पढ़ाई. नमाज हजरते इब्राहिम अ. स. व हजरते इस्माइल अ. स. की सुन्नत है.इस पर्व में कुर्बानी के जानवर के तीन हिस्से होते हैं.एक गरीबो का दूसरा रिस्तेदारो व दोस्तों का और तीसरा अपना हिस्सा होता है. कुर्बानी का त्योहार सब्र और शांति का पैगाम देती है.जिस तरह पिता के कहने पर अल्लाह के रजा के लिए अपने आप को पुत्र ने कुर्बानी देने को तैयार हो गये थे. अदब और सब्र का मकाम तकरीर के दरम्यान मस्जिद इमाम मौलाना मो. अमिरूद्दीन ने कहा कि सौहार्द कायम करने का नाम कुर्बानी है. मौके पर अहमद रजा,अहमद अली,अब्दुल कय्यूम,अब्दुल सत्तार, मो.हासीम, मो.इजहार, मो.बहारूद्दीन, वजैर आलम, मो.हफीज मो.शहजाद, मो.कासीम आदि मौजूद थे. वही गड़हिया व राजेपुर थाना क्षेत्र में भी ईद उल अजहा की नमाज शांति व आपसी भाईचारे के बीच पढ़ी गयी. पर्व को लेकर कड़े सुरक्षा इंतजाम किये गये थे.
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