फारबिसगंज. फारबिसगंज में मृत्योपरांत स्वजनों में नेत्रदान करने की सोच में सकारात्मक बदलाव आना शुरू हो गया है. यह बदलाव आ रहा है नेत्रदान के लिए प्रेरित करने वाली संस्था दधीचि देहदान समिति व तेरापंथ युवक परिषद के नेत्रदान के प्रति लोगों में लाये गये जागरूकता से. इस क्रम में फारबिसगंज में दोनों संस्थाओं के पहल पर 18 वां नेत्रदान सफलतापूर्वक हुआ. स्व मोतीलाल बेद के निधन के बाद कटिहार मेडिकल कॉलेज अस्पताल से डॉ अतुल मिश्रा के नेतृत्व में आई डॉ हामिद अनवर, डॉ मासूम वारिस खान व डॉ अभिनव ने फारबिसगंज पहुंचकर सफलतापूर्वक नेत्रदान की प्रक्रिया के तहत स्व मोतीलाल जी बेद के कॉर्निया को कलेक्ट किया. नेत्रदान के लिए दधीचि देहदान समिति के जिलाध्यक्ष आजातशत्रु अग्रवाल व तेरापंथ युवक परिषद के आशीष गोलछा के नेतृत्व में दोनों संस्थाओं के सदस्यों ने पहल करायी. स्व मोतीलाल जी बेद के देहांत के पश्चात उनके दोनों पुत्र प्रदीप बेद व उपेंद्र बेद व पुत्री ममता डाकलिया ने नेत्रदान की स्वीकृति प्रदान की. उन्होंने बताया की उनके पिताजी ने कुछ दिनों पहले ही अपने मरणोपरांत नेत्रदान करने की इच्छा जाहिर की थी. नेत्रदान का प्रपत्र भी भरा था. परिवार के सदस्यों ने नेत्रदान के लिए दधीचि देहदान समिति और तेरापंथ युवक परिषद ओर डॉक्टर की टीम के प्रति आभार प्रकट किया. फारबिसगंज जैसे शहर में माह में यह तीसरा नेत्रदान हुआ है. इससे पहले स्व किशनलाल भंसाली व उमेश प्रसाद विश्वास का नेत्रदान संपन्न हुआ था मौके पर पीयूष डागा,पप्पू लड्डा,अखिलेश देव,राहुल कुमार ठाकुर,पूनम पांडिया,विनोद चौखानी,हरेंद्र फिटकरीवाला,दिनेश यादव,किशोर बेद,अशोक दफ्तरी,धर्मचंद बेद,निर्मल बेद सहित बड़ी संख्या में अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है